रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ट्रैफिक पुलिस के जवान ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. जवान नीलांबर सिन्हा (Raipur Traffic Police Jawan Nilamber Sinha ) ने अपने कर्तव्य पूर्ति से पुलिस की छाती चौड़ी कर दी है. जवान को 45 लाख रुपये से भरा बैग लावारिस मिला था. बैग को उन्होंने थाने में ले जाकर जमा कर दिया. सिपाही की इमानदारी की अब पुलिस अफसरों ने प्रशंसा की है. सोशल मीडिया में ट्रैफिक जवान की ईमानदारी की चर्चा जमकर हो रही है. भूपेश बघेल ने भी ट्वीट कर नीलांबर की ईमानदारी को सलाम किया है. (Raipur traffic police personnel set example of honesty)
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने की इनाम की घोषणा: पुलिस के मुताबिक नया रायपुर के ट्रैफिक थाने में पदस्थ सिपाही नीलांबर सिन्हा शनिवार सुबह 8:30 बजे एयरपोर्ट में ड्यूटी करके माना कैंप जा रहे थे. इस दौरान राय पब्लिक स्कूल के सामने रोड में एक सफेद रंग का बैग मिला. सिपाही ने बैग खोल कर चेक किया तो दंग रह गया. पूरा बैग नोटों से भरा था. उसमें दो हजार और 500 के नोटों के बंडल सहित कुल 45 लाख रुपये थे. इतनी बड़ी रकम देखकर भी उनका ईमान नहीं डोला. उन्होंने पुलिस के आला अफसरों को नोटों से भरा बैग मिलने की सूचना दी. इसके बाद नोटों से भरा बैग सिपाही ने सिविल लाइन थाने में जमा कर दिया. एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने सिपाही नीलांबर की प्रशंसा करते हुए उन्हें इनाम देने की घोषणा की.
वैन वाला रुपये लेकर भागा, फिर लौटाया: ट्रैफिक सिपाही नीलांबर ने बताया कि "वह एयरपोर्ट से नाश्ता करने माना कैंप जा रहा था. रास्ते में एक व्यक्ति ने सड़क किनारे बैग पड़े होने की सूचना दी. वह उसे देखने जा ही रहा था कि बैग के पास एक वैन पहुंच गई. वह थोड़ी देर रुकने के बाद आगे बढ़ गई. जिसके बाद वो मौके पर पहुंचा और बैग को खोलकर देखा तो नोटों से भरा था." पुलिस ने जब मामले का खुलासा किया तो यह खबर वायरल हो गई. इसके बाद देर शाम वैन वाला 5 लाख का एक बंडल लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचा और बोला कि "यह रकम उसी बैग से निकाल कर ले गया था. "
क्या कहते हैं अफसर: एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि सिपाही ने 45 लाख रुपए से भरा बैग पुलिस को सौंपा है. इसे लावारिस मानकर जप्त किया गया है. बैग मालिक दावा करेंगे तो वैद्य दस्तावेजों के आधार पर उन्हें नियमानुसार रकम सौंपी जाएगी. देर शाम को वैन चालक 5 लाख रुपये वापस कर दिया है.