रायपुर: राजधानी के विधानसभा थाना अंतर्गत पुलिस ने देशभर में अलग अलग तरीके से लाखों रुपए की ठगी करने वाले नाइजीरियन गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. रायपुर पुलिस ने दिल्ली से आरोपी को पकड़ा है. गिरफ्तार आरोपी ने रायपुर के एक व्यापारी को फ्लूडराबिन नामक प्रोडक्ट खरीदी करने के नाम पर अपना शिकार बनाया था. गिरफ्तार आरोपी ने पीड़ित से 20 लाख 10 हजार रुपये की ठगी की थी. नाइजीरिया के गिरफ्तार आरोपी वाल्टर चुकवेबुका लुइस के खिलाफ विधानसभा पुलिस ने धारा 420, 34 के तहत कार्रवाई की है.
नाइजीरियन गैंग ने ऐसे की ठगी: विधानसभा थाना अंतर्गत सड्डू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले पीड़ित तरुण कुमार देवांगन ने पुलिस को बताया कि 28 अक्टूबर 2022 से 21 मार्च 2023 तक एक अज्ञात महिला ने पीड़ित तरुण कुमार देवांगन के मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप कॉल करके प्रोडक्ट फ्लूडराबिन के माध्यम से पैसा कमाने की स्कीम बताई. जिसके बाद अज्ञात महिला ने पीड़ित को दो मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया, जो तरुण एग्रो 565 सेक्टर -37 पेस सिटी 2 जीजीएन खंडसा गुरुग्राम हरियाणा का था.
अज्ञात महिला ने प्रोडक्ट खरीदने के लिए पीड़ित को 22 नवंबर 2022 को दिल्ली बुलाया था. तरुण ने उनसे 1 लीटर प्रोडक्ट फ्लूडराबिन खरीदा. जिसकी कीमत 63 हजार रुपये थी, खरीदने के बाद आरोपी वाल्टर ने उसे 63 हजार रुपए दिए. उसने पीड़ित से कहा वो इसको चेक करके बताएगा कि प्रोडक्ट सही है या नहीं. पीड़ित रायपुर अपने घर वापस आया तब पीड़ित के मोबाइल पर मैसेज आया कि उनका प्रोडक्ट सही है और उन्हें 50 लीटर प्रोडक्ट और चाहिए. पीड़ित ने उन्हें 50 लीटर प्रोडक्ट भिजवा दिया. पीड़ित के द्वारा जब पैसे की बात की गई तो उन्होंने डॉलर को इंडियन करेंसी में कन्वर्ट करके पैसा देने की बात कही. लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी पीड़ित को पैसे नहीं मिले, तब उन्होंने विधानसभा में ठगी का मामला दर्ज कराया.
आरोपी वाल्टर चुकवेबुका लुइस मूलता नाइजीरिया का रहने वाला है. जो वर्तमान में दिल्ली में छतरपुर स्थित एक मकान में निवास करता था. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीके से लोगों को अपने झांसे में लेकर लाखों रुपए की ठगी करता था. रायपुर पुलिस ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया और ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लेकर पहुंची हैं. अभिषेक माहेश्वरी, शहर एडिशनल एसपी
फ्लूडराबिन खरीदने के नाम पर ठगी: आरोपी अपनी पहचान छुपाने के लिए अलग-अलग व्यक्तियों के नाम और मोबाइल नंबर से फोन किया करता था. ठगी की इस वारदात में आरोपी पीड़ित से व्हाट्सएप काल के माध्यम से बात किया करता था. आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 12 मोबाइल फोन, 7 सिम कार्ड, और 6500 रुपये कैश बरामद किया.