रायपुर : बुधवार को रायपुर में सीएम भूपेश बघेल के करीबियों के घर पर छापामार कार्रवाई हुई. इस रेड के बाद प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है. छापेमारी के एक दिन बाद विनोद वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी प्रतिक्रिया दी और इस छापे का आधार एक पत्रिका में छपी रिपोर्ट को बताया. भूपेश बघेल ने भी भाजपा पर हार की बौखलाहट निकालने का आरोप लगाया तो रमन सिंह ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया है.
ईडी पर घर में डकैती करने का आरोप : विनोद वर्मा ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईडी पर खुद के घर में डकैती करने का आरोप लगाया. विनोद वर्मा ने दावा किया कि मैंने ईडी को सोने के गहनों की पुख्ता जानकारी बिल समेत दी. बावजूद इसके ईडी ने मेरे घर से सारे गहनों को समेट लिया.
मैंने ईडी से बार-बार पूछा कि छापे का क्या आधार है, बता दीजिए. क्या चुनाव परिणाम को जनता के वोट से बदलने के बजाय ऐसा कर रहे हैं. सीएम के करीबी लोगों को तोड़ रहे हैं. मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे हैं. महादेव एप को लेकर जांच करें, स्वागत है. केंद्र के नियमों ने कई खेलों को सट्टा बना दिया है. सट्टेबाजी पर GST लगाओ. इससे ज्यादा दोहरे चरित्र का कोई उदाहरण नहीं हो सकता. बीजेपी ईडी, आईटी के साथ ही छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ना चाहती है. 65 करोड़ में से 1 अठन्नी भी मुझे आई हो तो मैं मान जाऊंगा. -विनोद वर्मा, सीएम भूपेश के सलाहकार
पत्रिका के खिलाफ भी शिकायत की कही बात : विनोद वर्मा ने यह दावा भी किया है कि ''एक पत्रिका को पढ़कर मेरे घर पर ईडी आई, जिसमें ये लिखा गया था कि मेरे संबंध किसी रवि उत्पल और चंद्रभूषण वर्मा के साथ हैं. पत्रिका में रवि उत्पल को मेरे बेटे के ससुराल पक्ष का रिश्तेदार बताया गया है. यह सरासर गलत है. इस पत्रिका के खिलाफ मैंने दिसंबर 2022 में ही पुलिस के आला अधिकारियों के पास लिखित शिकायत दी है. जांच में सहयोग करने की बात भी लिखी है.'' वहीं विनोद वर्मा ने कहा है कि वह पत्रिका के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे.
चुनाव से पहले टारगेट करने का आरोप : विनोद वर्मा ने दावा किया कि, ''पिछले चुनाव में भी मुझे टारगेट किया गया था. ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज किया था. सीबीआई जांच के बाद मुझसे कई लोगों के नाम लेने को कहा, मैंने इनकार कर दिया. इसके बाद जब कोर्ट में चालान पेश हुआ तो वो धारा ही हटा दी गई, जिसमें मुझे 65 दिन जेल में रखा गया था.''
कौन हैं चंद्रभूषण ? : विनोद वर्मा ने बताया कि जिस चंद्रभूषण वर्मा को ईडी ने गिरफ्तार किया वो पुलिस में है.उससे मेरे कोई संबंध नहीं है.सीएम सर के उससे कोई संबंध नहीं हैं. उससे मेरी मुलाकात कई साल पहले हुई थी. जिसमें मैंने चंद्रभूषण को आगाह किया था मेरा या सीएम सर का नाम लेकर किसी भी तरह का गलत काम किया,तो तुम्हारी वर्दी भी उतरेगी और जेल भी जाना पड़ेगा.आपको बता दें कि चंद्रभूषण वर्मा को ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े होने के कारण हिरासत में लिया है.
इस दौरान विनोद वर्मा ने पत्रकारों से कहा कि वो ऐसा कोई भी काम नहीं करते जिसमें गद्दारी है.या फिर उसमें आगे चलकर मेरे खिलाफ किसी तरह के आरोप लगे.एआईसीसी का मेंबर होने के नाते मेरा दायित्व है कि मेरे किसी भी काम से पार्टी की छवि पर दाग ना लगे.
भूपेश ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम से की ईडी की तुलना: विनोद वर्मा के घर ईडी की रेड को लेकर भूपेश बघेल ने भी हमला बोला है. सीएम भूपेश ने कहा कि भाजपा मान चुकी है कि पाटन में विजय बघेल की दाल नहीं गलने वाली है तो ईडी को भेज दिया गया. इसका मतलब ये है कि आने वाले समय में और कार्यकर्ताओं के यहां ईडी आईटी वाले जाएंगे और उनको परेशान करेंगे. ताकि वो काम न कर सकें. भूपेश बघेल ने यह सवाल भी उठाया कि भाजपा प्रजातांत्रिक तरीके से वोट क्यों नहीं मांगती है?
जैसे पाकिस्तान में दो एक्स्ट्रा प्लेयर रहते हैं, वैसे ही ईडी और आईटी भाजपा के दो मजबूत विंग हैं और उसके जरिए भाजपा चुनाव लड़ना चाहती है. -भूपेश बघेल, सीएम
रमन सिंह ने भूपेश पर लगाया बड़ा आरोप: कांग्रेस के आरोपों को लेकर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ईडी की छापेमारी पर कहा कि, "ईडी की कार्रवाई से अब यह साबित हो गया है कि स्किल अपग्रेडेशन के नाम से जुआ, सट्टा एप के नाम से दुबई और हांगकांग जो भेजा था, यही कौशल उन्नयन मुख्यमंत्री जी करा रहे हैं.''
बुधवार को ED ने दुबई से संचालित होने वाले और ऑनलाइन सट्टेबाजी से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन 4 लोगों में ASI चंद्रभूषण वर्मा भी शामिल है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि चंद्रभूषण वर्मा के संबंध विनोद वर्मा से हैं. इसलिए ईडी ने बुधवार को विनोद वर्मा के घर पर दबिश दी. वहीं सीएम को दो ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर के भिलाई-3 निवास पर भी कार्रवाई हुई. अब ईडी की इस कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत गर्मा गई है.