रायपुर: छत्तीसगढ़ विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ के बैनर तले प्रदेशभर के विद्या मितान अतिथि शिक्षकों ने भीख मांग कर बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया. अपनी 1 सूत्रीय नियमितीकरण की मांग को लेकर ये 7 अगस्त से लेकर 13 अगस्त तक प्रदर्शन करेंगे. प्रदर्शन के तीसरे दिन विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर विद्या मितान अतिथि शिक्षकों ने आदिवासी डांस किया. इसके बाद सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए भीख मांगकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
सरकार ने नहीं किया वादा पूरा: भीख मांगते समय प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जो वादा किया है, वो निभाना पड़ेगा. कांग्रेस सरकार ने सरकार में आने के पहले विद्या मितान अतिथि शिक्षकों को गंगाजल हाथ में लेकर नियमितीकरण का वादा किया था, लेकिन सरकार का वादा आज तक पूरा नहीं हो पाया. इसी के विरोध में हम लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
भीख मांगना हमारा शौक नहीं है, बल्कि हमारी मजबूरी है. दर्द का दूसरा नाम विद्या मितान अतिथि शिक्षक है. हम सभी हर दर्द से पल-पल गुजरते हैं, पल-पल मरते हैं, ये विद्या मितान की व्यथा है. इसी व्यथा को सरकार को दिखाने के लिए हम भीख मांगने को मजबूर है. -राव मेश्राम, विद्या मितान अतिथि शिक्षक
उग्र आंदोलन की चेतावनी: विद्या मितान अतिथि शिक्षक अपनी 1 सूत्रीय मांग नियमितीकरण की मांग को लेकर पहले चरण में 7 अगस्त से लेकर 13 अगस्त तक नवा रायपुर के तूता धरना स्थल में प्रदर्शन कर रहे हैं. इनका कहना है कि अगर 15 अगस्त को सरकार इनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेती है, तो 15 अगस्त के बाद विद्या मितान अतिथि शिक्षक उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.
ये है विरोध का कारण: बता दें कि विद्या मितान अतिथि शिक्षक छत्तीसगढ़ के स्कूलों में कक्षा नवमी से 12 वीं तक की कक्षाओं का संचालन करने के लिए शिक्षकों की पोस्टिंग साल 2016 में की गई थी. पूरे प्रदेश में इनकी संख्या 1850 थी, लेकिन कुछ साल पहले 200 शिक्षकों को निकाल दिया गया है.इसी कारण शिक्षकों में नाराजगी है. वहीं, साल 2018 में इनकी पोस्टिंग होने के बाद इनका पेमेंट 18 हजार रुपया था. साल 2023 के बजट सत्र में 2000 रुपए बढ़ाए जाने के बाद इनको सरकार की ओर से 20 हजार रुपए पेमेंट मिल रहा है.