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Umbrella And Raincoat Business : छत्तीसगढ़ में मॉनसून रूठा, छाता और रेनकोट का कारोबार प्रभावित - मौसम विभाग

Umbrella And Raincoat Business छत्तीसगढ़ में मॉनसून की बेरुखी से सिर्फ किसान ही परेशान नहीं है. बल्कि बारिश के मौसम में जिन चीजों का व्यापार होता है, उनके व्यापारी भी चिंतित हैं.

Umbrella And Raincoat Business
छत्तीसगढ़ में मॉनसून रूठा
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Published : Jul 24, 2023, 7:09 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 12:55 AM IST

मानसून की धीमी रफ्तार से कारोबार प्रभावित

रायपुर : छत्तीसगढ़ में मॉनसूनी बारिश ने 23 जून को दस्तक दी. लेकिन तब से लेकर आज तक बारिश की आंख मिचौली शुरु है .शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश के बाद मॉनसून की रफ्तार ऐसी धीमी हुई कि दोबारा रफ्तार नहीं पकड़ सकी. अच्छी बारिश की आशंका को देखते हुए छतरी और रेनकोट व्यापारियों ने दुकानों में माल भरा था.लेकिन जब बारिश की रफ्तार कम हुई तो दुकानों से ग्राहकी ही गायब हो गई.फिर भी बाजार में नए किस्म के छाते और रेनकोट लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.


बारिश के मौसम में नहीं हो रही बिक्री : मौसम विभाग के कैलेंडर के मुताबिक बारिश का मौसम जून से लेकर सितंबर तक 4 महीने का होता है. 4 महीने के दौरान रेनकोट और छाते की बिक्री भी होती है. पूरे प्रदेश में रेनकोट और छाता की दुकानों की बात की जाए तो लगभग 1200 से ज्यादा दुकानें हैं. जिसमें अकेले राजधानी रायपुर में 100 दुकानें हैं.

बाजार में सस्ते से लेकर महंगे छाते और रेनकोट उपलब्ध : हाल के दिनों में बारिश ने थोड़ी सी रफ्तार पकड़ी है.लिहाजा अब रेनकोट बाजार में तेजी देखने को मिल रही है. व्यापार धीरे-धीरे करके ऊपर उठ रहा है. बाजार में 300 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के रेनकोट उपलब्ध है. बड़ों के लिए रेनकोट 700 रुपए से लेकर से ढाई हजार तक के हैं. इसी तरह छाते की कीमत 80 रुपए से लेकर 400 रुपए तक है. बाजार में 2 और 3 फोल्डर के छाते की डिमांड ज्यादा है. इसका इस्तेमाल बच्चे और महिला करते हैं.

"रेनकोट और छाते का व्यापार ठीक है, लेकिन बारिश कम होने के कारण दुकानों में ग्राहकी नहीं है. छाते के दाम में 5 से 10% की वृद्धि हुई है. इसके साथ ही रेनकोट के दाम में लगभग 10 से 15 % की गिरावट आई है. रेनकोट में झील, रेन फाइटर और छाता सिटीजन कंपनी का ज्यादा बिकता है. ग्राहक अपनी बजट के आधार पर रेनकोट और छाता खरीदते हैं."-प्रवीण कुमार ठक्कर,दुकानदार

बारिश के सीजन में 5 से 7 करोड़ का व्यापार रेनकोट और छाते का होता है. राजधानी रायपुर में लगभग एक से डेढ़ करोड़ का व्यापार होता है.


"जून के आखिरी सप्ताह में 3 दिनों तक अच्छी बारिश हुई थी उस समय रेनकोट और छाते का व्यापार भी अच्छा हुआ था, लेकिन उसके बाद बारिश की रफ्तार थमने के कारण ग्राहक की भी कम हो गई है. " -राजेंद्र कुमार जैन, दुकानदार

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रेनकोट और छाता के दुकानदारों के मुताबिक जैसी बारिश होनी चाहिए. वैसी बारिश फिलहाल राजधानी के साथ ही प्रदेश में नहीं हो रही है. बारिश की रफ्तार कम होने से रेनकोट और छाता व्यवसायी चिंतित हैं. रेनकोट और छाते के बाजार में भी ग्राहकी नहीं है. बरसाती सीजन के इस बाजार में रौनक गायब सी है.

मानसून की धीमी रफ्तार से कारोबार प्रभावित

रायपुर : छत्तीसगढ़ में मॉनसूनी बारिश ने 23 जून को दस्तक दी. लेकिन तब से लेकर आज तक बारिश की आंख मिचौली शुरु है .शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश के बाद मॉनसून की रफ्तार ऐसी धीमी हुई कि दोबारा रफ्तार नहीं पकड़ सकी. अच्छी बारिश की आशंका को देखते हुए छतरी और रेनकोट व्यापारियों ने दुकानों में माल भरा था.लेकिन जब बारिश की रफ्तार कम हुई तो दुकानों से ग्राहकी ही गायब हो गई.फिर भी बाजार में नए किस्म के छाते और रेनकोट लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.


बारिश के मौसम में नहीं हो रही बिक्री : मौसम विभाग के कैलेंडर के मुताबिक बारिश का मौसम जून से लेकर सितंबर तक 4 महीने का होता है. 4 महीने के दौरान रेनकोट और छाते की बिक्री भी होती है. पूरे प्रदेश में रेनकोट और छाता की दुकानों की बात की जाए तो लगभग 1200 से ज्यादा दुकानें हैं. जिसमें अकेले राजधानी रायपुर में 100 दुकानें हैं.

बाजार में सस्ते से लेकर महंगे छाते और रेनकोट उपलब्ध : हाल के दिनों में बारिश ने थोड़ी सी रफ्तार पकड़ी है.लिहाजा अब रेनकोट बाजार में तेजी देखने को मिल रही है. व्यापार धीरे-धीरे करके ऊपर उठ रहा है. बाजार में 300 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के रेनकोट उपलब्ध है. बड़ों के लिए रेनकोट 700 रुपए से लेकर से ढाई हजार तक के हैं. इसी तरह छाते की कीमत 80 रुपए से लेकर 400 रुपए तक है. बाजार में 2 और 3 फोल्डर के छाते की डिमांड ज्यादा है. इसका इस्तेमाल बच्चे और महिला करते हैं.

"रेनकोट और छाते का व्यापार ठीक है, लेकिन बारिश कम होने के कारण दुकानों में ग्राहकी नहीं है. छाते के दाम में 5 से 10% की वृद्धि हुई है. इसके साथ ही रेनकोट के दाम में लगभग 10 से 15 % की गिरावट आई है. रेनकोट में झील, रेन फाइटर और छाता सिटीजन कंपनी का ज्यादा बिकता है. ग्राहक अपनी बजट के आधार पर रेनकोट और छाता खरीदते हैं."-प्रवीण कुमार ठक्कर,दुकानदार

बारिश के सीजन में 5 से 7 करोड़ का व्यापार रेनकोट और छाते का होता है. राजधानी रायपुर में लगभग एक से डेढ़ करोड़ का व्यापार होता है.


"जून के आखिरी सप्ताह में 3 दिनों तक अच्छी बारिश हुई थी उस समय रेनकोट और छाते का व्यापार भी अच्छा हुआ था, लेकिन उसके बाद बारिश की रफ्तार थमने के कारण ग्राहक की भी कम हो गई है. " -राजेंद्र कुमार जैन, दुकानदार

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Last Updated : Jul 25, 2023, 12:55 AM IST
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