रायपुर: छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले हर पार्टी अपना कुनबा मजबूत करने में जुटा हुआ है. कांग्रेस हर विधानसभा क्षेत्र में संकल्प शिविर का आयोजन कर रही है. शनिवार को रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के आयोजित संकल्प शिविर में रिटायर्ड आईएएस जिनेविवा किंडो ने कांग्रेस का दामन थामा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की उपस्थिति में रिटायर्ड आईएएस ने कांग्रेस में प्रवेश किया.
जानिए कौंन हैं जिनेविवा किंडो ?: जिनेविवा साल 2004 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. सितंबर 2020 में अंबिकापुर संभाग का इनको कमिश्नर बनाया गया था. रिटायरमेंट के बाद शनिवार को जिनेविवा ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया है. किंडो ने राज्य सेवा अधिकारी के तौर पर अपनी सेवा की शुरुआत की थी. बाद में उन्हें आईएएस रैंक पर पदोन्नति मिली.
रिटायरमेंट से पहले ही मैंने मन बना लिया था कि मुझे कांग्रेस में शामिल होना है.मैं कांग्रेस सरकार की नीतियों से बेहद प्रभावित हूं. कांग्रेस की नीतियों के कारण ही मैं सरकारी पद पर नौकरी कर पाई. मैं एक आदिवासी समाज से आती हूं. कांग्रेस की ओर से आदिवासियों के लिए किए गए कामों के कारण मुझे नौकरी मिली. रिटायरमेंट के बाद मैं कांग्रेस के साथ जुड़कर, पार्टी की नीतियों के लिए काम करूंगी. -जिनेविवा किंडो, रिटायर्ड आईएएस
सरगुजा कमिश्नर ने RES के EE को जारी किया कारण बताओ नोटिस |
जशपुर: सरगुजा कमिश्नर जिनेविवा किंडो ने किया नोनियाकला गौठान का निरीक्षण |
जशपुर में कमिश्नर जिनेविवा किंडो ने किया गढ़ कलेवा का निरीक्षण |
मीडिया से बातचीत के दौरान किंडो ने कहा कि वो कांग्रेस की नीतियों से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हुईं हैं. साथ ही विधानसभा के टिकट की दावेदारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि "ये चीजें पार्टी के शीर्ष पदाधिकारी निर्धारित करते हैं. मैंने अभी कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ली है."
विवादों से रहा पुराना नाता: साल 2004 बैच की आईएएस जिनेविवा किंडो के परिवार से उनके भाई एच पी किंडो ने आईएएस की सेवा की थी. उनके भाई एच पी किंडो जब जेल में थे, तब 2018 में आईएएस जिनेविवा किंडो ने जेल मैन्युअल के दिशा-निर्देशों के खिलाफ जाकर भाई से मुलाकात की थी. इसके बाद वे विवादों में घिरी रहीं. रिटायरमेंट से पहले आईएएस जिनेविवा किंडो सरगुजा की कमिश्नर रहीं, लेकिन रिटायरमेंट से पहले ही राज्य सरकार ने उन्हें कमिश्नर के पद से हटा दिया था.
चुनाव में टिकट के लिए कर सकती हैं दावेदारी: मीडिया से चर्चा के दौरान जिनेविवा किंडो ने टिकट दावेदारी को लेकर भले ही कुछ न कहा हो, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विधानसभा चुनाव में किंडो टिकट को लेकर दावेदारी कर सकती हैं. जिनेविवा किंडो कुनकुरी जशपुर से आती है. किंडो ईसाई समाज से आती हैं. जशपुर कुनकुरी में मसीह समाज का बड़ा वोट बैंक है. ऐसे में चुनाव के दौरन वो टिकट की मांग कर सकती हैं.