रायपुर: रायपुर के मूर्तिकार और कारीगर गणेश प्रतिमा बनाने में जुट गए हैं. इस बार मूर्तिकार मुंबई पैटर्न के गणपति बप्पा की मूर्तियां बना रहे हैं. मुंबई पैटर्न की इन मूर्तियों में लाल बाग के राजा सहित कई झलकियां दिखेगी. लोगों की डिमांड पर इस बार ऐसे गणेश प्रतिमाओं को तैयार किया जा रहा है. सजावट और अन्य दूसरे सामान के दाम बढ़ने के कारण गणेश प्रतिमाओं के दाम में 15 से 20 फीसद की वृद्धि होने की संभावना है.
11 दिनों तक विराजेंगे बप्पा: इस बार 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी है. घरों के साथ गली-मोहल्लों में पंडाल बनाकर गणपति बप्पा को 11 दिनों के लिए विराजित किया जाएगा. इसके बाद बड़े धूमधाम से इन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा. गणेश चतुर्थी से पहले रायपुर के मूर्तिकार गणेश प्रतिमाओं के निर्माण में जुट गए हैं. इन मूर्तियों को अंतिम रूप देने के बाद साज-सज्जा का काम भी शुरू कर दिया गया है. गणेश चतुर्थी के कुछ दिन पहले बाजार में गणेश प्रतिमाओं की बिक्री भी शुरू हो जाएगी.
इस बार लोगों की डिमांड मुंबई पैटर्न की गणपति बप्पा हैं. लोग ओरिजिनल साफा पगड़ी जैसी चीजों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. इसलिए इस तरह की प्रतिमाओं का निर्माण मूर्तिकार की ओर से किया जा रहा है. गणेश प्रतिमा बनाने में कच्चा सामान के साथ सजावट के अन्य सामानों के दाम बढ़ने की वजह से गणेश प्रतिमाओं के दाम में 15 से 20 फीसद तक वृद्धि होगी. -अमित सेन, मूर्तिकार
ये होगी कीमत: रायपुर में हर साल के तरह इस साल भी 6 इंच से लेकर लगभग 13 फीट तक गणेश प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है. इसमें छोटी से छोटी मूर्ति 1500 रुपए में बिकती है. बड़ी मूर्ति के दाम लगभग 20 हजार रुपये तक है.
मूर्तियों को सजाने में काफी समय लगता है. घर के काम से समय निकालकर गणेश की इन प्रतिमाओं को सजाती हूं. गणेश जी को पगड़ी पहनाना, लेस स्टोन जैसी चीजें सजावट करके इन मूर्तियों को सुंदर और आकर्षक रूप दिया जा रहा है. एक गणेश प्रतिमा को सजाने में कम से कम दो से ढाई घंटे का समय लगता है.-सुरेखा, मूर्ति डेकोरेटर
एक मूर्ति को तैयार करने में तीन घंटा: मूर्ति के डेकोरेटरों की मानें तो एक मूर्ति को पूरी तरह से सजाने में कम से कम ढ़ाई से तीन घंटा लगता है. इस बार मुंबई पैटर्न के गणपति की डिमांड रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में हैं. इस बार मूर्ति के कीमत में भी बढ़ोतरी होने की बात कही जा रही है.