रायपुर : छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण पूरा प्रदेश पानी से तर बतर है. इस बारिश ने उन इलाकों के किसानों के चेहरों पर खुशी लाई है जिन्हें अपनी फसल बर्बाद होने का डर सता रहा था. खासकर उत्तरी क्षेत्र में जहां पिछले दिनों कम बारिश के कारण किसान खेतों में रोपाई करने से डर रहे थे. पिछले तीन दिनों से लगातार प्रदेश में बारिश का दौर शुरू है.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट : मंगलवार से छत्तीसगढ़ के कई शहरों में रिमझिम और भारी बारिश हो रही हैं. राजधानी रायपुर में भी मंगलवार से गुरुवार की सुबह तक बारिश हुई है. दोपहर तक बारिश का दौर थोड़ा थम गया है. वहीं मौसम विभाग ने 4 अगस्त सुबह 8:30 बजे तक के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है.
4 अगस्त की सुबह तक के लिए जारी अलर्ट:
- ऑरेंज अलर्ट: मुंगेली, कबीरधाम और पेंड्रा रोड के जिलों के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.
- येलो अलर्ट: राजनांदगांव, कोरिया,बिलासपुर, दुर्ग और बेमेतरा के एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.
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कहां हुई सबसे ज्यादा बारिश : मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2 अगस्त की सुबह 8:30 से 3 अगस्त की सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हुई है.जिसमें सबसे ज्यादा बारिश रायगढ़ जिले में दर्ज की गई है.
- रायगढ़ में 222.7 मिलीमीटर बारिश
- सूरजपुर में 157.6 मिलीमीटर बारिश
- मुंगेली में 145 मिलीमीटर बारिश
- बिलासपुर में 117.6 मिलीमीटर बारिश
- कोरबा में 116.4 मिलीमीटर बारिश
- कोरिया में 112.2 मिलीमीटर बारिश
- महासमुंद में 112 मिलीमीटर बारिश
- सरगुजा में 105.8 मिलीमीटर बारिश
- जांजगीर में 99.1 मिलीमीटर बारिश
- रायपुर में 97.9 मिलीमीटर बारिश
- जशपुर में 96.6 मिलीमीटर बारिश
- बलौदा बाजार में 92.5 मिलीमीटर बारिश
- बेमेतरा में 70 मिलीमीटर बारिश
- कबीरधाम में 68.7 मिलीमीटर बारिश
- राजनांदगांव में 67.6 मिलीमीटर बारिश
- बलरामपुर में 64.6 मिलीमीटर बारिश
जानिए क्या है रेड अलर्ट: जिन क्षेत्रों के लिए बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी होता है.वहां पर तेज हवाओं के साथ बारिश होती है.जिसके कारण छोटी बड़ी नदियों के साथ नाले उफान पर होते हैं. इस दौरान घर से बाहर निकलना या बरसाली नालों वाले रास्तों पर जाना घातक साबित हो सकता है. पानी के कारण इन क्षेत्रों में फसलों को भी नुकसान पहुंचता है.वहीं एक से दो दिन तक एक जैसी स्थिति रहने पर बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं.