रायपुर: छत्तीसगढ़ के अनियमित और संविदाकर्मी अपनी मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव करेंगे. खास बात यह है कि आज अनियमित और संविदाकर्मी अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने जा रहे हैं. पिछले दिनों 18 जुलाई को ही एसटी एससी वर्ग के युवाओं ने पूर्ण नग्न होकर प्रदर्शन किया था. जिसके लेकर सदन में जमकर हंगामा भी हुआ था.
कर्मचारियों की मांगों पर सदन में हंगामा: अनियमित और संविदा कर्मियों के आंदोलन के मुद्दे पर बीते कल भाजपा ने सदन में जमकर हंगामा मचाया. भाजपा के स्थगन प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से अस्वीकार करने के बाद सदन में नारेबाजी शुरू हो गई. भाजपा ने जहां कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाया. वहीं कांग्रेस विधायकों ने "भूपेश है तो भरोसा है" का नारा लगाया. इस बीच सदन में जमकर हंगामा हुआ. हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित हुई.
"कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र को आत्मसात करने की बात कही थी. लेकिन अंतिम सत्र तक जानकारी यही आई कि सरकार अभी अनियमित और संविदाकर्मियों की जानकारी ही इकट्ठा कर रही है. सरकार के कथनी और करनी में अंतर है." - धरमलाल कौशिक, पूर्व नेता प्रतिपक्ष
मुख्यमंत्री भूपेश ने भाजपा पर कसा तंज: विपक्षी विधायकों के हंगामे के दौरान ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर तंज कस दिया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, "भाजपा के लोग अपनी बात जल्दी रखें, बहुत से कर्मचारी संगठन सरकार के फैसले पर धन्यवाद देने आए हैं."
आमरण अनशन पर बैठै संविदा कर्मचारी: छत्तीसगढ़ में 3 जुलाई से सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले प्रदेश भर के संविदा कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं. अपनी 1 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन जारी है. बुधवार से संविदा कर्मचारियों ने आमरण अनशन की शुरुआत की है. आमरण अनशन में 3 संविदा कर्मचारी अन्न जल का त्यागकर दोपहर 12 बजे से बैठे हुए हैं. तीनों संविदा कर्मचारी इसी तरह जब तक संभव होगा प्रदर्शन स्थल पर आमरण अनशन जारी रखने की बात कह रहे हैं.