रायपुर: छत्तीसगढ़ के संविदा कर्मचारी नवा रायपुर के तूता धरनास्थल से मंत्रालय तक घुटनों के बल और दंडवत प्रणाम करके संवाद रैली निकालेंगे. इस रैली के जरिए संविदा कर्मचारी सरकार से बातचीत का रास्ता निकालने की कोशिश करेंगे. अपनी नियमितिकरण की मांग को लेकर संविदा कर्मचारी 3 जुलाई से अनिश्चितक़ालीन हड़ताल पर हैं.
वेतनमान में की थी जबरदस्त बढ़ोत्तरी: भूपेश सरकार ने संविदा कर्मचारियों की मांगों पर संज्ञान लेते हुए उन्हें बड़ी सौगात दिया था. संविदा कर्मचारियों के वेतनमान में जबरदस्त बढ़ोत्तरी करते हुए 27 फीसदी की बढ़ोत्तरी की थी. बावजूद इसके संविदा कर्मचारी अपनी नियमितीकरण की मांगो को लेकर अड़े हुए हैं. संविदा कर्मचारियों की हड़ताल 3 जुलाई से लगातार 24वें दिन भी जारी है.
काम पर लौटने सरकार के आदेश जारी: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मंत्रालय से संविदा कर्मचारियों के संबंध में एक आदेश जारी किया गया है. जिसमें हड़ताल पर गए संविदा कर्मचारी और अधिकारियों को 3 दिनों के भीतर काम पर लौटने कहा गया है. अगर संविदा कर्मचारी और अधिकारी काम पर नहीं लौटे, तो उनके खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई की बात आदेश में कही गई है.
संवाद के कार्रवाई करना चाहती है सरकार: संविदा कर्मचारी महासंघ ने सरकार की और से जारी आदेश का विरोध किया है. संविदा कर्मचारी महासंघ ने इसे गैर लोकतांत्रिक बताया हैं. उनका सरकार पर आरोप है कि सरकार ने बिना संवाद किए ही 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि कर दिया है. सरकार यदि 23 दिनों में संविदा कर्मचारियों से संवाद करती, तो एक रास्ता जरूर निकल सकता था. लेकिन सरकार ने 3 दिन के भीतर काम में नहीं लौटने पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इससे साफ है कि सरकार बिना संवाद के कार्रवाई करना चाहती हैं.