रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए नवा रायपुर में ‘वर्ल्ड क्लास सेंटर ऑफ एक्सीलेंस‘ की स्थापना के लिए 5 एकड़ जमीन देने की घोषणा की. इसकी मांग ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया‘ (आईसीएआई) ने की थी. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना आईसीएआई की ओर से की जाएगी. पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन 'उत्कर्ष' के दूसरे दिन सीएम बघेल ने छ्त्तीसगढ़ में व्यापार की संभावनाओं और सरकार के प्रयास को साझा किया. व्यापार को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ में एशिया का सबसे बड़ा होलसेल काॅरिडोर बनाए जाने की भी जानकारी दी.
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए छ्त्तीसगढ़ में अच्छी संभावनाएं: तेजी से आगे बढ़ते छत्तीसगढ़ में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए अच्छी संभावनाएं हैं. सीएम बघेल ने राज्य सरकार की नीतियों से छत्तीसगढ़ में पिछले पौने पांच साल में कृषि, उद्योग, व्यापार के क्षेत्र में बने बेहतर माहौल की बात कही. बताया खेती-किसानी आज छत्तीसगढ़ में लाभ का व्यवसाय बन गया है. पिछले पौने पांच साल में प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या 12 लाख से बढ़कर 26 लाख हो चुकी है. खेती का रकबा 22 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 32 लाख हेक्टेयर हो गया है. समर्थन मूल्य पर पहले जहां 55 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होती थी, वहीं इस साल 107 लाख मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर खरीदे गए.
चार्टर्ड अकाउंटेंट व्यापार, व्यवसाय और उद्योग के आईने की तरह होते हैं, जो उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मार्गदर्शन देकर अपना योगदान देते हैं. अधिवेशन के दौरान इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों की ओर से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग की गई. नवा रायपुर में वर्ल्ड क्लास सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाना चाहते हैं, जिसके लिए राज्य सरकार जमीन देगी. -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में व्यापार के लिए बेहतर माहौल बनाने के लिए भूपेश बघेल सरकार लगातार कोशिश कर रही है. नीतियां बना रही है और जरूरत पड़ने पर व्यापारियों से सुझाव भी ले रही है. नवा रायपुर में ‘वर्ल्ड क्लास सेंटर ऑफ एक्सीलेंस‘ की स्थापना के लिए 5 एकड़ जमीन देने की घोषणा इसी कड़ी में उठाया गया एक कदम है. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के प्रथम एक्टिंग मुख्य न्यायाधीश रमेश सूरजमल गर्ग और आईसीएआई के वाइस प्रेसीडेंट रंजीत कुमार अग्रवाल भी मौजूद रहे.