रायपुर: बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र तैयार करने से पहले जनता की राय लेनी शुरू की है.आज बीजेपी ने छत्तीसगढ़ियों के मन की बात अभियान की शुरुआत की है. इसके तहत हर भाजपा नेता को एक-एक पेटी दी गई है. इस पेटी के माध्यम से नेता जनता के पास जाकर उनका सुझाव लेंगे. उन सुझावों के माध्यम से ही भाजपा अपनी घोषणापत्र तैयार करेगी.
ईटीवी भारत ने घोषणा पत्र समिति के संयोजक और दुर्ग सांसद विजय बघेल से खास बातचीत की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा?
सवाल: घोषणा पत्र अभियान की शुरुआत हो गई है. अब आप जनता के बीच जाने वाले हैं. क्या तैयारी है?
जवाब: जनता हमें आशीर्वाद देने के लिए तैयार है. यह भावना लेकर हम जन-जन तक पहुचेंगे. 90 विधानसभा में हमारी सुझाव पेटियां जाएगी. हमने व्हाट्सएप नम्बर और ईमेल एड्रेस भी जारी किया है. मिस कॉल की भी व्यवस्था हम कर रहे है. ताकि उसके माध्यम से जनता घर बैठे अपने सुझाव हम तक भेजें. घोषणा पत्र समिति की जो टीम है, वह हर विधानसभा तक पहुंचेगी. लोगों से बैठक करेगी. अभी किसान खेतों में हैं. हम खेत-खलिहान में भी जाकर किसानों से मिलेंगे. जो जिस काम में लगे हुए हैं, हम वहां जाकर उनसे मुलाकात करेंगे. वकील, उद्योगपति, विद्यार्थियों, महिलाओं, बुजुर्गों, मितानीन, आंगनबाड़ी की बहनों, रोजगार सहायक, रोजगार सचिव सभी से जाकर मुलाकात करेंगे. कर्मचारी से अधिकारियों तक हम सभी जगह जाकर लोगों से मुलाकात करेंगे.
सवाल: भूपेश बघेल रिश्ते से आपके काका लगते हैं. आप घोषणा पत्र समिति के संयोजक हैं. क्या काका वर्सेस भतीजा की बात है?
जवाब: काका तो शाका है. शोले फिल्म में गब्बर ने आवाज दी थी, कहां है सांबा? पहले यह लोग बोलते थे भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव की छत्तीसगढ़ में जय वीरू की जोड़ी है. लेकिन अब यह जोड़ी जय और गब्बर की जोड़ी हो गई है. इससे मुझे ना जोड़ा जाए. वह मेरे रिश्तेदार हैं. मेरे चाचा जी हैं. संबंध ईश्वर ने दिया है. लेकिन कर्म से उन्होंने लोगों को धोखा दिया है.लोगों के साथ दगाबाजी की है. लेकिन ऐसी चीज हमारे खून में नहीं है. छत्तीसगढ़ की जनता और भोले-भाले छत्तीसगढ़िया को छलना, भुइयां के भगवान किसानों के साथ दादागीरी करके धूल मिट्टी की बोरी को वर्मी कंपोस्ट में बता कर बेचना और धमकी देना. हम लोग इस तरह के लोग नहीं है. हम सत्यता पर चलने वाले लोग है.
सवाल: मुख्यमंत्री कहते हैं कि जब से उनकी सरकार आई है तब से छत्तीसगढ़ की संस्कृति की बात हो रही है. भाजपा के आज के पोस्टरों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर नजर आ रही है. क्या कहेंगे?
जवाब: यह सब बनावटी है. छत्तीसगढ़िया की परिभाषा खूबचंद बघेल से अच्छा कोई नही बता सकता. खबूचंद बघेल ने छत्तीसगढ़ का सपना देखा था. छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वप्न दृष्टा हम खूबचंद बघेल को मानते हैं. छत्तीसगढ़ में हर ओर खुशहाली हो, छत्तीसगढ़िया को सम्मान मिले, ना चोरी हो, ना डकैती हो, भ्रष्टाचार से मुक्त हमारा छत्तीसगढ़ हो, यह उनकी सोच थी. अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ राज्य बनाया, लेकिन आज उस भावना का सम्मान नहीं हो रहा है. कितने लोग भ्रष्टाचार के मामले में जेल में जा रहे हैं और अब इनका भी नम्बर है. समय बलवान है. ये भी थोड़ा तैयारी करके रखें. जेल की हवा काटनी पड़ेगी. छत्तीसगढ़ में कोई जेल में है, तो कोई बेल में है. इस तरह की वाहियात हरकत हो रही है. धर्मांतरण हो रहा है. बाहर से लोगों को लाकर बसाया जा रहा है. ये छत्तीसगढ़ का कैसा स्वरूप है? भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ स्वरूप लेकर आएगी. 15 साल में जो बीजेपी ने छत्तीसगढ़ का स्वरूप बनाया था, उसे आगे बढ़ाने का काम हम सब मिलकर करेंगे.
सवाल: घोषणापत्र में किन मुद्दों को आप शामिल करेंगे?
जवाब: सभी वर्गों के सुझाव को समाहित करते हुए, सभी के लिए हम क्या कर सकते हैं? उनके मन में हमारे लिए क्या बात है? इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए हम अपना घोषणापत्र बनाएंगे.