रायपुर: छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. सभी दलों के नेताओं के बीच कई मुद्दों को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पर वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है. आप पार्टी के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया और जमीनी स्तर पर काम करने की सलाह दी. बीजेपी ने आप पार्टी को कांग्रेस की बी टीम बताया है.
कांग्रेस और बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप: कोमल हुपेंडी ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी चुनाव के समय जनता से कई तरह के वादे और घोषणा करती है, लेकिन सरकार बनने के बाद वादे पूरे नहीं करती. हुपेंडी ने कहा कि दिल्ली और पंजाब में जैसे आम आदमी पार्टी की सरकार गारंटी देती है और काम करके दिखाती है. इसी तरह के काम का छत्तीसगढ़ की जनता भी बड़े दिनों से इंतजार कर रही है."
"19 अगस्त हमारे लिए बड़ा ही ऐतिहासिक दिन था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने छत्तीसगढ़ की जनता को 9 गारंटी दिए हैं. जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, महिलाएं और अलग-अलग जो महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं. - कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप छत्तीसगढ़
गारंटी पत्र से ऐतिहासिक रिजल्ट की जताई उम्मीद: छत्तीसगढ़ के लिए गारंटी पत्र जारी कर आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और युवाओं को रोजगार दिया जाएगा. आप की सरकार बनते ही सारे वादे पूरे करेंगे. छत्तीसगढ़ में हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली देंगे. छत्तीसगढ़ में 24 घंटे बिजली मिलेगी. कोमल हुपेंडी ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी का जो गारंटी पत्र है, उससे आने वाले विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक परिणाम देखने को मिलेगा.
आप के आरोपों पर कांग्रेस का पलटवार: कोमल हुपेंडी के आरोपों पर कांग्रेस मीडिया प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, "आम आदमी के पास राजनीतिक मुद्दों को लेकर कुछ कहने को नहीं है. छत्तीसगढ़ में उनका कोई सिद्धांत नहीं है, नीति नहीं है, कार्यकर्ता नहीं है, यहां तक की पार्टी का संगठन भी नहीं है. आप के नेताओं और कार्यकर्ताओं को मैं आमंत्रित करता हूं, यदि वह नहीं आना चाहते, तो वह अपने घर का पता लिखकर भेज दें. जिसमें हम उन्हें कांग्रेस की पूरी हुई घोषणाएं लिखकर भेजेंगे." सुशील आनंद शुक्ला ने दावा किया कि 36 में से 34 घोषणाएं कांग्रेस पार्टी ने पूरी कर ली है. छत्तीसगढ़ में 51 से अधिक योजनाएं छत्तीसगढ़ सरकार चला रही है.
"आप पार्टी के जो किसान कार्यकर्ता हैं, उन सभी के खाते में राजीव गांधी किसान न्याय योजना का पैसा जा रहा है. उन सभी के पिता पर जो कर्ज था, उसे भूपेश सरकार ने माफ किया है. आप पार्टी के लोग अपने घर जायें और इस माह का बिजली बिल देखें कि 400 यूनिट बिजली बिल लाभ का उनको कितना फायदा हुआ है. यही नहीं, अभी तक उनका बिजली बिल कितना हाफ हुआ है. आरोप लगाने से काम नहीं चलता. खुद को राजनीतिक दल के रूप में स्थापित करना है तो थोड़ा सा जानकारी दुरुस्त करें और जमीन स्तर पर काम करें." - सुशील आनंद शुक्ला, संचार प्रमुख, छत्तीसगढ़ कांग्रेस
बीजेपी ने आप को बताया कांग्रेस की बी टीम: आम आदमी पार्टी के लगाए आरोपों का भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने भी पुरजोर जवाब दिया. अमित चिमनानी ने कहा, "आम आदमी पार्टी को सबसे पहले तो यह बताना चाहिए कि वह छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रही है या भाजपा की बातें कर रही है. इस तरह के बयान देकर ये साबित करते हैं कि यह कांग्रेस की बी टीम है, क्योंकि छत्तीसगढ़ में इस वक्त शासन कांग्रेस का है. सवाल कांग्रेस पार्टी से होनी चाहिए, लेकिन सवाल बीजेपी पर उठाकर आम आदमी पार्टी ने यह साबित कर दिया है."
"आम आदमी पार्टी के मन में मैल है, उसकी प्राथमिकता यही है कि किसी प्रकार से एक दूषित गठबंधन की सरकार छत्तीसगढ़ में बने, जो की बनेगी नहीं. भारतीय जनता पार्टी की सरकार 15 साल राज्य में रही, विकास किया इसीलिए रही और आगे भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. आम आदमी पार्टी जो अपनी जमीन तलाश रही है, वह उसे मिलेगी नहीं." - अमित चिमनानी, प्रदेश मीडिया प्रभारी, छत्तीसगढ़ भाजपा
आप प्रदेश की सभी 90 सीटों पर कर रही तैयारी: प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के साथ अब आम आदमी पार्टी ने भी चुनावी मैदान में उतर गई है. 19 अगस्त को छत्तीसगढ़ में टाउन हॉल सम्मेलन में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गैरंटी कार्ड जारी किया था. जिसमें कई तरह के बड़े बड़े वादे किये गए हैं. आप पार्टी के इस दांव ने अन्य दलों में खलबली मचा दी है. इस गारंटी पत्र से यह साफ है कि आप पार्टी सभी 90 सीटों पर अपने जीत की तैयारी में जुटी है. जिसे लेकर शीर्ष आलाकमान से बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता अपनी तैयारी में जुट चुके हैं.