रायपुर: छत्तीसगढ़ में 3 जुलाई से सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले प्रदेश भर के संविदा कर्मचारी पर्दर्शन कर रहे हैं. पिछल 17 दिनों से अपनी 1 सूत्रीय मांगों को लेकर इनका विरोध प्रदर्शन जारी है. बुधवार से संविदा कर्मचारियों ने आमरण अनशन की शुरुआत की है. आमरण अनशन में 3 संविदा कर्मचारी अन्न जल का त्यागकर दोपहर 12 बजे से बैठे हुए हैं. जब तक इनकी तबीयत नहीं बिगड़ती तब तक तीनों संविदा कर्मचारी इसी तरह प्रदर्शन स्थल पर आमरण अनशन पर रहेंगे.
अनशन पर संविदाकर्मचारी: रायपुर के तूता धरना स्थल पर भारी संख्या में संविदा कर्मी आए हैं. ये सभी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच आज से इनमें तीन संविदाकर्मी अनशन पर हैं. मांगें पूरी न होने तक ये अनशन पर रहने की बात कह रहे हैं.
3 संविदा कर्मचारी श्रीकांत लास्कर, राकेश कश्यप और प्रेम राजपूत ने बुधवार से आमरण अनशन की शुरुआत की है. इस आमरण अनशन के दौरान आमरण अनशन पर बैठे संविदा कर्मचारी ना ही जल ग्रहण करेंगे और ना ही अन्न ग्रहण करेंगे. जब तक इनकी तबीयत खराब नहीं होती तब तक तीनों संविदा कर्मचारी आमरण अनशन पर डटे रहेंगे. -कौशलेस तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ
3 जुलाई से विरोध कर रहे संविदाकर्मी: पूरे प्रदेश भर के संविदाकर्मी 3 जुलाई से ही बघेल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन बीच 11 जुलाई को बघेल सरकार ने स्वास्थ्य कर्मचारियों पर एस्मा लगा दिया. एस्मा एक्ट लगाए जाने के बाद सभी संविदाकर्मी आक्रोशित हो गए. इसके बाद से इनके विरोध प्रदर्शन का तरीका भी बदल गया. पहले इन्होंने जल सत्याग्रह किया, फिर सामूहिक इस्तीफा देकर बघेल सरकार का विरोध किया. इसके बाद जेल भरो आंदोलन किया. अब ये अनशन पर बैठे हैं. इस बीच बघेल सरकार की ओर से सविदा कर्मियों की मांग को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है.