रायपुर : छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव 7 नवंबर को बस्तर संभाग की 12 और दुर्ग संभाग की 8 सीटों में होंगे. लेकिन इससे पहले कुछ जगहों से हिंसक घटनाएं सामने आ रही हैं.हाल ही में मोहला मानपुर क्षेत्र में बीजेपी नेता बिरझू राम तारम की हत्या कर दी गई थी.इस हत्याकांड को बीजेपी ने टारगेट किलिंग और सुपारी किलिंग बताया है.इस हत्या को लेकर बीजेपी ने मौजूदा कांग्रेस सरकार को भी घेरा है.
चुनाव के दौरान सुरक्षा बढ़ाने की मांग : बीजेपी ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जाने के साथ ही चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने की मांग की है.इसे लेकर बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. इस दौरान रायपुर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि प्रदेश में गुंडाराज चल रहा है. जिसमें पुलिस और प्रशासन संयुक्त रूप से मिली भगत है. बीजेपी नेता की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है. जल्द गिरफ्तारी की मांग की गई है. अगर ऐसा नहीं होता है, तो एक सप्ताह के अंदर बीजेपी प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में भारत निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपेगा.
''बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जो धर्मांतरण और मतातरंण को रोकने का काम कर रहे हैं. उनकी हत्या की जा रही है.जिम्मेदार अधिकारी किसी प्रकार की कोई कार्यवाई नहीं करते. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आरोप लगाते हैं.कांग्रेस सरकार में छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हो चुकी है. अपराधी और गुंडा बदमाश जैसे असामाजिक तत्व खुलेआम घूम रहे हैं.संविदा में बैठे हुए लोग इस चुनाव को लगातार प्रभावित कर रहे हैं."- सुनील सोनी, बीजेपी सांसद
कांग्रेस की सहमति के बिना संभव नहीं : इस दौरान राजनादगांव के सांसद संतोष पांडे ने कहा कि "5 अगस्त को एक सभा हुई थी, जिसमें सुरजू टेकाम नामक व्यक्ति धमकी भरे लहजों में कहता है कि भारतीय जनता पार्टी के जो भी लोग और कार्यकर्ता आए उन्हें मार दिया जाए और काट दिया जाए. जब इस तरह की धमकी दी जा रही थी.इससे साफ है कि कांग्रेस की सहमति के बिना धमकी देना संभव नहीं है."
शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई : कांग्रेस सरकार पर पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर ने आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में मानपुर मोहला क्षेत्र में बीजेपी नेता बिरझू टेकाम की जो हत्या हुई है. इससे ठीक एक हफ्ते पहले कुरूद में भाजपा मंडल सह प्रभारी चंद्रशेखर गिरी की हत्या हुई है. 2 महीने पहले भी चंद्रशेखर गिरी के ऊपर हमला हुआ था. जिसकी जानकारी वहां के एसपी को दी गई थी.ये भी बताया गया था कि चंद्रशेखर गिरी की हत्या हो सकती है. बावजूद इसके पुलिस ने इस मामले में किसी तरह की कोई कार्यवाई नहीं की.
''पुलिस ने इस मामले को पारिवारिक विवाद बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की ही हत्या क्यों हो रही है.यदि राज्य निर्वाचन आयोग इस पर कार्रवाई नहीं करेगा तो बीजेपी का केंद्रीय निर्वाचन आयोग के पास शिकायत करेगी."-अजय चंद्राकर, पूर्व मंत्री बीजेपी
आपको बता दें कि बीजेपी ने चुनाव से पहले टारगेट किलिंग और सुपारी किलिंग का आरोप लगाए हैं. बीजेपी का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन को शिकायत करने के बाद भी उस पर अमल नहीं किया जाता.ऐसे में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता.यदि समय रहते हत्या के आरोपियों को पकड़ा नहीं गया तो केंद्रीय चुनाव आयोग के सामने गुहार लगाने के लिए बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल जाएगा.