रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेशवासियों को कई बड़ी सौगातें दी. रायपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम बघेल ने छ्त्तीसगढ़ के लिए 15 घोषणाएं की हैं. इन घोषणाओं में सभी वर्गों को शामिल करने करने का प्रयास किया गया. महिला, पुरुष, बच्चे, युवा और बुजुर्ग का ध्यान रखा गया. लेकिन सीएम बघेल की घोषणाओं में सबसे ज्यादा जोर छात्र-छात्राओं और युवाओं पर दिया गया. 15 में से लगभग आधी यानी कि 7 घोषणाएं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छात्र-छात्राओं और युवाओं को ध्यान में रख की है. विधानसभा चुनाव 2018 में आदिवासी मतदाताओं के बाद युवा वर्ग ने बड़ा परिवर्तन किया था. यही वजह है कि बघेल सरकार का शुरू से ही युवाओं पर फोकस है. इसलिए चुनावी साल में एक बार फिर इन घोषणाओं को जरिए सरकार युवाओं को जोड़े रखने का प्रयास कर रही है.
छात्रों के लिए इन सुविधाओं की हुई है घोषणा: सीएम बघेल ने 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए निश्शुल्क ऑनलाइन कोचिंग, हर जिले में पीजी तक की पढ़ाई, सरकारी काॅलेज के छात्रों के लिए बस की सुविधा जैसी घोषणा की है. इसके अलावा खेल, रोजगार के लिए भी युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इतना ही नहीं प्राइमरी तक छत्तीसगढ़ी या स्थानीय भाषा की पढ़ाई पर सीएम बघेल ने जोर दिया है.
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर की गई है घोषणा: राजनीति के जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार राम अवतार तिवारी का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो 15 घोषणा की, उसमें 7 घोषणाएं छात्र-छात्राओं और युवाओं से संबंधित रही है. कुछ को शिक्षा में लाभ दिया गया तो कुछ को रोजगार से संबंधित सुविधा प्रदान की गई. इसी तरह उच्च शिक्षा और रोजगार को लेकर भी सीएम ने घोषणा की है. इस तरह की घोषणाओं से कांग्रेस सरकार ने युवा वोटरों को साधने की कोशिश की है. हालांकि घोषणाओं का चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह आने वाले समय में ही स्पष्ट हो पाएगा.
कहीं ना कहीं यह घोषणा आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किया गया है. क्योंकि स्कूली छात्राओं को सुविधा देने से कहीं न कहीं उनके माता पिता सहित अन्य बड़े प्रभावित होंगे. यदि इन घोषणाओं के जरिए इन लोगों को साधने में सरकार कामयाब रही तो उसका लाभ सीधे तौर पर कांग्रेस को चुनाव में मिलेगा. -राम अवतार तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार
छात्रों पर इसलिए मेहरबान है सरकार: छत्तीसगढ़ में जनवरी 2023 में 18-19 आयु वर्ग के युवा मतदाताओं (फर्स्ट टाइम वोटर्स) की संख्या 3 लाख 9 हजार 464 थी, जो अब बढ़कर 4 लाख 25 हजार 698 हो गई है. यही कारण है कि प्रदेश सरकार ने काॅलेज जाने वालों के साथ ही 11वीं और 12वीं के छात्रों का भी घोषणा में पूरा ध्यान रखा है.