रायपुर: राजधानी में पिछले कई महीनों से दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ अपनी 1 सूत्रीय अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अब तक जितने भी प्रदर्शन हुए हैं, उनमें लंबे समय तक का यह प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. अनुकंपा संघ की विधवा महिलाएं 149 दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रही हैं, बावजूद इसके सरकार की ओर से अब तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गई है. अनुकंपा संघ की इन विधवाओं को प्रदेश सरकार की ओर से सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. अब अनुकंपा संघ की ओर से 17 मार्च को विधानसभा का घेराव किया जाएगा.
20 अक्टूबर 2022 से अनिश्चितकालीन धरने पर है संघ: दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर 20 अक्टूबर 2022 से अनिश्चितकालीन धरने पर है. अनुकंपा संघ की इन विधवा महिला और परिजनों को प्रदर्शन करते हुए 4 महीने से अधिक का समय बीत चुका है. इस दौरान अनुकंपा संघ ने कई अलग-अलग तरह के प्रदर्शन भी किए हैं. कफन ओढ़कर प्रदर्शन, जल समाधि लेकर प्रदर्शन करने के साथ ही मुख्यमंत्री और पंचायत मंत्री के निवास का भी घेराव किया जा चुका है. कोई नतीजा निकलता न देखकर आने वाले 17 मार्च को अनुकंपा संघ के की ओर से विधानसभा का घेराव किया जाएगा.
रायपुर में अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर मुंडन संस्कार
कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी ने दिया है आश्वासन: दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे ने बताया कि "सोमवार को अनुकंपा संघ को मिलने के लिए कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने बुलवाया था. महिलाओं को यह आश्वासन दिया गया है कि इस बात की चर्चा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से करेंगे. इसके साथ ही अनुकंपा संघ विधायक विकास उपाध्याय से भी मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति की मांग को अनुपूरक बजट में शामिल किया जाएगा. अनुकंपा संघ का कहना है कि पिछले 4 महीनों के दौरान केवल आश्वासन ही मिला है, लेकिन अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है, प्रदेश सरकार उन्हें उग्र प्रदर्शन के लिए मजबूर कर रही है. प्रदर्शन के तरीके भी अब नहीं सूझ रहे हैं कि आने वाले समय में कौन सा और कैसा प्रदर्शन किया जाए."