रायपुर: राजधानी में हर साल की तरह इस साल भी महादेव घाट स्थित खारून नदी के किनारे बनाए गए विसर्जन कुंड में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा. 14 अक्टूबर नवमी के दिन से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाना है. दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का कार्यक्रम गुरुवार से शुरू होकर लगभग 4 दिनों तक चलेगा. दुर्गा विसर्जन को लेकर पुलिस और नगर निगम ने अपनी तैयारियां भी लगभग पूरी कर ली है. गौरतलब हो कि 7 अक्टूबर से नवरात्रि का पर्व शुरू हुआ है और नवमी गुरुवार के दिन पड़ रही है.
विसर्जन कुंड स्थल पर 90 गोताखोर रहेंगे तैनात
गोताखोर लोकनाथ धीवर ने बताया कि खारुन नदी के किनारे बनाए गए विसर्जन कुंड में प्रतिमाओं का विसर्जन क्रेन और गोताखोरों के माध्यम से इन दुर्गा प्रतिमाओं को कुंड में विसर्जित किया जाएगा. जिसके लिए अलग-अलग शिफ्ट में 90 गोताखोर की ड्यूटी लगाई गई है. हर साल गणेश विसर्जन के बाद इस कुंड के पानी को खाली करने के बाद कुंड को पूरी तरह से साफ किया जाता है और दुर्गा विसर्जन के समय नए सिरे से कुंड की साफ सफाई करने के साथ फिर से पानी भरा जा रहा है. जिससे दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सके. दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए नगर निगम की तरफ से लगभग 9 क्रेन की व्यवस्था विसर्जन कुंड स्थल पर की गई है जो नवमी के दिन से विसर्जन कुंड स्थल पर मौजूद रहेंगी.
विसर्जन के दौरान पुलिस के लगभग 300 से 400 जवान रहेंगे तैनात
दुर्गा विसर्जन को लेकर नगर निगम ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. उनका कहना है कि इसके लिए गोताखोर भी तैनात कर दिए गए हैं. वहीं गुरुवार से शुरू होने वाले दुर्गा विसर्जन कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. ट्रैफिक विभाग के डीएसपी कामता प्रसाद दीवान ने बताया कि चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहने के साथ ही यातायात के जवान और पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी भी दिन और रात में विसर्जन के दौरान मौजूद रहेंगी. जिससे किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो सके. दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन में सुरक्षा के लिए लगभग 400 जवान ड्यूटी पर लगाए जाएंगे.