रायपुर: रायपुर से बिलासपुर को कनेक्ट करने वाला इकलौता फाफाडीह अंडर ब्रिज पिछले 5 सालों से अधूरा है. फाफाडीह अंडर ब्रिज प्रोजेक्ट का 2017 में टेंडर फाइनल हुआ था. अब तक इसका निर्माण अधूरा है. अंडर ब्रिज नहीं बनने की वजह से करीब दो से ढाई लाख लोगों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ता है. वॉल्टियर गेट का फाटक बंद होने से सिर्फ 10 से 15 मिनटों में ही आधे से 1 किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है. जाम खुलने में आधे से एक घंटा लगता है, जब ट्रेफिक क्लियर होता है तब दोबारा ट्रेन आने की वजह से फाटक बंद हो जाता है.इस विषय में ईटीवी भारत से साइट इंचार्ज सत्यनारायण त्रिपाठी ने बताया, "पिछले डेढ़ महीने से अंडर ब्रिज बनाने का काम तेजी से चल रहा. जुलाई में अंडर ब्रिज बनकर हो जाएगा तैयार."
फाफाडीह अंडर ब्रिज प्रोजेक्ट : फाफाडीह वॉल्टियर गेट रेलवे फाटक बंद होने से रोजाना दो लाख के करीब आबादी को फाटक पार करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. अधिकारियों के मुताबिक 24 घंटे के भीतर लगभग 25 बार फाटक बंद होता है. 10 से 15 मिनट फाटक बंद रहने से आधा से 1 किलोमीटर लंबी लाइन लग जाती है. ट्रेफिक क्लियर होने में आधा घंटे से ज्यादा समय लगता है. लोगों को पिछले कई सालों से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 2017 में अंडर ब्रिज बनाने का काम शुरू हुआ है, लेकिन आज तक इसे पूरा नहीं किया जा सका है.
डेढ़ किलोमीटर का लगता है लंबा जाम: स्थानीय निवासी तरुण कुमार नायक ने ईटीवी भारत को बताया, "2017 से अंडर ब्रिज का काम शुरू हुआ था, लेकिन 2022 तक अंडरब्रिज नहीं बन पाया है. शासन-प्रशासन की लापरवाही से आम लोगों को काफी परेशानी होती है. रोजाना ऑफिस आने-जाने में ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. सुबह 7 बजे से 12 बजे तक जब सभी के ऑफिस जाने का टाइम होता है. ऐसे में सिर्फ 5 घंटों में 7 से 8 बार बंद फाटक बंद होता है. "
फाटक खुलते और बंद होते समय होते हैं सड़क हादसे: स्थानीय निवासी तरुण कुमार नायक ने बताया, " ट्रेन आने से 10-15 मिनट पहले से फाटक बंद हो जाता है. आरवीएस से खमतराई तक ट्रैफिक जाम हो जाता है. आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. फाटक बंद होने से कुछ लोग तेजी से गाड़ी निकालने की कोशिश करते हैं, जिससे वह हादसे का शिकार भी हो जाते हैं. फाटक गिरने से लंबा ट्रैफिक जाम होने से एंबुलेंस तक यहां देर तक फंसी रह जाती है."
गर्मी में तेज धूप तो बारिश में भीगते हुए ट्रैफिक जाम: स्थानीय निवासी संजय सोनकर ने ईटीवी भारत को बताया, "यहां का अंडरब्रिज का काम लगता है, कभी पूरा हो ही नहीं पाएगा. यहां आए दिन जाम लग जाता है. पब्लिक को काफी परेशानी होती है. आम जनता के साथ-साथ एंबुलेंस तक लंबे जाम में फंस जाती है. यहां तक कि विकलांगों को भी ट्रैफिक में लंबा इंतजार करना पड़ता है. 5 साल से अंडरब्रिज का काम अधूरा है. अब भी देखकर नहीं लग रहा है कि इस साल तक काम पूरा होगा. बारिश के मौसम में तो और भी बुरी स्थिति हो जाती है. गर्मी में तेज धूप में तो बारिश में भीगते हुए ट्रैफिक जाम में देर तक खड़ा रहना पड़ता है."
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जून तक बनकर तैयार हो जाएगा अंडरब्रिज: साइट इंचार्ज सत्यनारायण त्रिपाठी ने बताया, " 2017 में फाफाडीह अंडर ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था. कोरोना की वजह से अंडर ब्रिज बनने में लेट हुआ है. अभी अंडर ब्रिज के नीचे पानी भर गया है, इसलिए काम बंद है. पानी निकालने का काम दो-तीन दिन में पूरा हो जाएगा. हम कोशिश कर रहे हैं कि जून तक अंडरब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा. अंडरब्रिज बनाने का काम अभी तेजी से चल रहा है. आधे से ज्यादा काम हो चुका है. पानी क्लियर होते ही हम तेजी से काम फिर शुरू कर देंगे.''