रायपुर: राजधानी में गुरुवार सुबह से तेज धूप निकली थी, लेकिन अचानक मौसम ने करवट बदली और गरज के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई. बीते कई दिनों से रायपुर में धूप निकल रही थी, जिससे लोग गार्मी से परेशान थे. मंगलवार की बारिश से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है.
बारिश से सड़कों पर पानी जमा हो गया और गढ्ढों में पानी भर गया, जिससे मछरों का प्रकोप बढ़ सकता है. हालांकि इसके लिए निगम अमला दवाई का छिड़काव करेगा. नाली में जमा पानी को निकालने का कार्य जारी है.
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जमकर हुई थी बारिश
पिछले कुछ महीनों में प्रदेश के कई जिलों में जमकर बारिश हुई थी. कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई थी, जिसका असर फसलों पर पड़ा है. कई जिलों में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. रायपुर के धरसींवा में करीब 40 एकड़ फसल भी बर्बाद हो गई थी.
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महानदी ने दिखाया था रौद्र रूप
महानदी को भले ही जीवनदायिनी के रूप में जाना जाता है, लेकिन जब महानदी अपना रौद्र रूप धारण कर लेती है, तब अपनी ही संतान को रुला देती है. ठीक ऐसा ही हुआ था जुलाई (2020) के अखिरी सप्ताह में, जिसमें महानदी का जलस्तर बढ़ने लगा और नदी के किनारे बसे गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए थे.
बांध के खोले गए थे गेट
इसके अलावा प्रदेश के बड़े-बड़े नदी-नाले उफान पर थे. भारी बारिश के चलते लगभग सभी जलाशय में लबालब पानी भरा था, जिसकी वजह से कई बांध के गेट खोले गए थे. कोरबा जिले के बांगो डैम के गेट कई साल बाद खोले गए थे.