रायपुर : कोरोना संकट और लॉकडाउन ने सभी सेक्टर के कारोबार को प्रभावित किया है. लॉकडाउन की वजह से रायपुर रेलवे स्टेशन पर स्थित पार्किंग को बंद कर दिया गया है. पार्किंग स्थल रेल मंत्रालय के आदेश पर मार्च महीने से बंद है. इस पार्किंग स्थल को बंद हुए लगभग 6 महीने हो चुके हैं. पार्किंग बंद होने से पार्किंग ठेकेदार की हालत भी अब खराब हो चुकी है. जिसके कारण उसे बड़े आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है. पार्किंग ठेकेदार के पास अब रोजी-रोटी का संकट आ गया है. पार्किंग ठेकेदार की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि परिवार का भरण-पोषण करने में दिक्कतें आ रही है और कई तरह की समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है.
कोरोना संक्रमण के बढ़ते रफ्तार की वजह से देश में लॉकडाउन लागू किया गया. उसके बाद 12 मई से ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया. अभी रायपुर से 13 ट्रेनों का संचालन हो रहा है. ट्रेनों की संख्या कम होने की वजह से स्टेशन पर कम यात्री आते हैं. जिसकी वजह से पार्किंग का उपयोग नहीं हो रहा है. यात्रियों की आवाजाही कम होने की वजह से पार्किंग स्थल सूना है.
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पार्किंग को 3 साल के लिए ठेके पर लिया गया
पार्किंग के ठेकेदार ने तीन साल के लिए इस पार्किंग स्थल को ठेके पर लिया. ठेकेदार बताते हैं कि इस पार्किंग को 2 करोड़ 61 हज़ार रुपए ठेके पर लिया गया है. पार्किंग ठेकेदार के मुताबिक प्रतिदिन रेलवे की फीस और बिजली बिल मिलाकर उसे 30 हजार रुपए का नुकसान हो रहा है, ऐसे में ठेकेदार रेलवे से पार्किंग के ठेके को डेढ़ साल के लिए बढ़ाने की मांग कर रहा है. ठेकेदार ने बताया है कि सामान्य दिनों में हजारों गाड़ियां पार्क हुआ करती थी. लेकिन लॉकडाउन के बाद से स्थिति बदल गई. पार्किंग स्थल पर सन्नाटा पसरा है.
रेलवे के दिशा-निर्देश के बाद खुलेगा पार्किंग
रेलवे अधिकारी बीवीटी राव का कहना है कि रेलवे के दिशा-निर्देश के बाद पार्किंग स्थल को बंद कराया गया था और आने वाले समय में रेल मंत्रालय से निर्देश जारी होने के बाद फिर से पार्किंग शुरू किया जाएगा.