रायपुर: रायगढ़ से चुनाव जीतकर नव निर्वाचित विधायक बने ओपी चौधरी ने ईटीवी भारत से एक्स्क्लूसिव बातचीत की. ओपी चौधरी ने कहा कि जीत का पूरा श्रेय हमारे कार्यकर्ताओं को जाता है. कार्यकर्ताओं ने साठ दिनों तक जीत तोड़ मेहनत जीत के लिए की. केंद्रीय नेतृत्व ने भी लगातार हम लोगों का मार्गदर्शन किया. आलाकमान ने जो जीत की रणनीति बनाई उस रणनीति पर हम चले. कांग्रेस सरकार अपने भ्रष्टाचार के घमंड में चूर थी. सरकार जनता से वादा खिलाफी कर उनकी लगातार उनकी अनदेखी कर रही थी जिसका खामियाजा उसे हार के रुप में चुकाना पड़ा.
जनता ने रिजेक्ट किया: ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के कुकर्मों की वजह से जनता परेशान थी. कांग्रेस के नेता और मंत्री लूट भ्रष्टाचार में लगे थे. नाराज जनता सबकुछ देख रही थी, उसने चुनाव के वक्त सही समय में अपना बदला चुकाया. जनता ने बीजेपी के कामों और उसके वादों पर भरोसा किया. पार्टी ने जो भी वायदे किए वो हम जनता जनार्दन के लिए जरूर पूरे करेंगे. जनता का विश्वास सिर माथे पर है. कांग्रेस ने किसानों और आदिवासियों को बरगलाने का काम किया. जनता ने इस बार तय कर रखा था कि असली को लाना है और नकली को हटाना है.
सीएम पद की रेस में ओपी चौधरी भी: मुख्यमंत्री बनने की रेस में ओपी चौधरी भी शामिल हैं. 2018 विधानसभा चुनाव में ओपी चौधरी रायपुर सीट से चुनाव लड़े थे और हार गए थे. इस बार पार्टी ने उनको फिर से रायगढ़ से मौका दिया और वो भारी मतों से विजयी हुए. पार्टी का एक धड़ा ये चाहता है कि सीएम कोई ऐसा आदमी बने जो छत्तीसगढ़ को विकास के रास्ते पर ले जाए. पार्टी का वो धड़ा ओपी चौधरी में सीएम का सीएम और विकास का चेहरा देखता है, वो चाहता है कि इस बार ओपी चौधरी को मौका मिलना चाहिए.