रायपुर: राजधानी रायपुर के खमारडीह थाना क्षेत्र में आरोपी ने लाखों रुपए की शासकीय भूमि को स्वयं की भूमि बताकर दूसरे को बेच दिया था. खमारडीह पुलिस ने बताया कि आरोपी रफी अहमद को ठगी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर उसे गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी ने उक्त शासकीय भूमि को स्वयं का बताकर कविता अग्रवाल को 25 मई 2015 को बेच दिया था. जमीन के सीमांकन के समय पता चला कि उक्त भूमि रफी अहमद नहीं है. बल्कि शासकीय जमीन है.
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सरकारी जमीन को स्वयं की जमीन बताकर की ठगी: खमारडीह थाना प्रभारी विजय यादव ने बताया कि "प्रार्थिया कविता अग्रवाल ने थाना खम्हारडीह में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह मलसाय तालाब रोड कुशालपुर थाना पुरानी बस्ती में रहती है. प्रार्थिया ने दिनांक 25 मई 2015 को परिवर्तित भूमि खाता क्रमांक 570 खसरा नम्बर 372/1 का 1250 स्क्वायर फीट महर्षि वाल्मिकी वार्ड, ग्राम तेलीबांधा पटवारी हल्का नंबर 113/44/64, रा.नि.म. रायपुर-1, तहसील व जिला रायपुर की जमीन को रफी अहमद, निवासी- राजातालाब, रायपुर से खरीदा था."
सरकारी जमीन को स्वयं का जमीन बताकर 23 लाख रुपए में बेचा: पुलिस ने बताया कि रफी अहमद ने सरकारी भूमि को अपनी स्वयं की भूमि बताकर उक्त भूमि को विक्रय प्रार्थिया से किया. रजिस्ट्री कार्यालय मे पंजीयन कराया. जिसकी जानकारी शिकायतकर्ता को सीमांकन के दौरान प्राप्त हुई. जो भूमि उसे दिखाई गई और जिसका विक्रय किया गया, वह वास्तव में सरकारी भूमि है. रफी अहमद ने फर्जी पावर आफ एटर्नी तैयार कर सरकारी भूमि का विक्रय कर प्रार्थी से 23 लाख 23 हजार 750 रूपये की धोखाधड़ी किया. आज दिनांक तक प्रार्थी को ना ही रकम वापस किया है और ना ही दूसरी जमीन दिलाया है.