रायपुर : पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए पृथ्वी दिवस मनाया जाता है. यह आयोजन पहली बार 22 अप्रैल, 1970 को हुआ था.तब से ये एक वैश्विक आंदोलन बन गया है. जिसमें दुनिया भर के लाखों लोग शामिल होते हैं.
कब मनाया गया था पहली बार अर्थ डे : पृथ्वी दिवस पहली बार 1970 में मनाया गया था. जिसमें दुनिया भर के लाखों लोग पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता का समर्थन करने के लिए एक साथ आए हैं. यह हमारे ग्रह की देखभाल के महत्व की याद दिलाता है. व्यक्तियों, व्यवसायों और सरकारों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की रक्षा के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करता है.
पृथ्वी दिवस 2023 की थीम : पृथ्वी दिवस 2023 की थीम भी इस बार काफी खास है. इस साल अर्थ डे पर इन्वेस्ट इन अवर प्लैनेट (invest in our planet) की थीम रखी गई है. पृथ्वी ही वह कारण है जिससे हम सभी का जीवित रहना संभव है. इस लिए हर साल पृथ्वी दिवस मनाकर उसका आभार प्रकट करना जरूरी है.
पृथ्वी दिवस का उद्देश्य : पृथ्वी दिवस के पीछे का विचार जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई, प्रदूषण और जैव विविधता के नुकसान को दुनिया के सामने लाना है.साथ ही साथ हमारे ग्रह के सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों पर ध्यान आकर्षित करना है. यह दिन पर्यावरण की रक्षा और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करता है.
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पृथ्वी दिवस के उत्सव ने पर्यावरण के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और ग्रह की रक्षा के लिए लोगों को एक साथ लाया है. इसने अनगिनत व्यक्तियों और संगठनों को पर्यावरण के प्रति जागरुक किया है.