रायपुर: राजधानी रायपुर के डीडी नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 में कक्षा 11वीं में साइंस क्लास का सेक्शन बढ़ाने की मांग की जा रही है. जिसे लेकर परिजनों ने खूब हंगामा किया. उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन ने पहली लिस्ट जारी की है, जिसमें 11वीं कक्षा में 52 बच्चों को ही साइंस सब्जेक्ट मिल पाया है. जबकि कक्षा दसवीं में 4 सेक्शन में लगभग 160 बच्चे अध्ययनरत थे. अब स्कूल प्रबंधन साइंस के सेक्शन बढ़ाने के बजाय बच्चों को कॉमर्स या फिर आर्ट्स सब्जेक्ट लेकर पढ़ाई करने को कह रहा है. ETV भारत ने इस विषय पर स्कूल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने बयान देने से इंकार कर दिया.
राजधानी रायपुर के डीडी नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 में स्कूली बच्चों के परिजनों ने हंगामा किया. केंद्रीय विद्यालय स्कूल प्रबंधन के सहायक आयुक्त को 11वीं में साइंस के सेक्शन बढ़ाने की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया. स्कूल में हंगामा कर रहे परिजनों का कहना है कि कक्षा दसवीं में बच्चों के 4 सेक्शन थे जिसमें 160 बच्चे अध्ययनरत थे. अब स्कूल प्रबंधन ने साइंस के बच्चों के लिए कक्षा ग्यारहवीं की जो लिस्ट जारी की हैं उसमें लगभग 52 बच्चों को ही लिया गया है. अभी भी 65 बच्चे ऐसे हैं जिनको साइंस सब्जेक्ट लेना है, लेकिन एक सेक्शन होने के कारण इन बच्चों को कक्षा ग्यारहवीं में साइंस सब्जेक्ट नहीं मिल पा रहा है.
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अंधकार में बच्चों का भविष्य
ऐसे में बच्चों का भविष्य अंधकार में दिखाई पड़ रहा है. स्कूल प्रबंधन की यह दलील है कि एक सेक्शन और बढ़ाने के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन दिल्ली को पत्र लिखा गया, लेकिन फिलहाल, स्कूल प्रबंधन अब इन बच्चों को यह कहकर सांत्वना दे रहा है कि जो बच्चे छूट गए हैं, वे कॉमर्स या फिर आर्ट्स लेकर कक्षा ग्यारहवीं में दाखिला ले लें. जिन 65 बच्चों को कक्षा ग्यारहवीं में साइंस सब्जेक्ट नहीं मिल पाया है उन बच्चों का कक्षा दसवीं का प्रतिशत 60 से लेकर 82% तक आया है. बावजूद इसके इन बच्चों को साइंस में दाखिला नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में परिजन इन बच्चों को कहां और कौन से स्कूल में दाखिला करवाएंगे ये एक बड़ा सवाल है.