रायपुर: कोरोना संक्रमण को देखते हुए लगभग ढाई महीने का लॉकडाउन किया गया था. जून में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन छत्तीसगढ़ के डीजे, साउंड सिस्टम धुमाल पार्टी, बैंड पार्टी और लाइट डेकोरेशन वालों को अब तक व्यवसाय शुरू करने की अनुमति नहीं मिली है. जिसके विरोध में व्यवसाय से जुड़े लोगों ने राजधानी के बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
कोरोना संकट ने इस व्यवसाय पर पिछले 6 महीने से ग्रहण लगा दिया है. लोगों का कहना है कि उनकी आर्थिक हालत खराब हो चुकी है. सड़क पर भीख मांगने की नौबत है. इसके पहले भी इन लोगों ने 28 जुलाई को सप्रे शाला मैदान से रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था.
![protest of dj operators in raipur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-rpr-03-pradarshan-avb-cg10001_02092020161403_0209f_01797_321.jpg)
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व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि सरकार अन्य व्यवसाय को शुरू करने की अनुमति दे दी गई है, लेकिन उन्हें अपना व्यवसाय करने की अनुमति नहीं मिली है. इस बार त्योहार पर्व या फिर शादी ब्याह में कारोबार बंद रहा. जिसके कारण कई तरह की आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. ऐसे में परिवार चलाना और भी मुश्किल हो गया.
सरकार ने नहीं दी छूट
साउंड सर्विस वालों में नाराजगी देखने को मिली. लोगों का कहना है कि अन्य दुकानदारों और व्यापारियों को नियम और शर्तों के तहत अपना व्यवसाय करने की छूट मिली है. लेकिन इन लोगों को आजतक व्यवसाय चलाने की किसी तरह की कोई अनुमति या छूट नहीं मिल पाई है, जिसके कारण परिवारों के भूखे मरने की नौबत है.