रायपुर: छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ आज बड़ा प्रदर्शन करने जा रहा है. अपनी 1 सूत्रीय मांग, नियमितिकरण को लेकर प्रदर्शनकारी नया रायपुर के तूता धरना स्थल पर प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन करेंगे. संविदा कर्मचारी 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं. हड़ताल में बैठे संविदा कर्मचारी कैबिनेट की बैठक में सरकार के द्वारा नियमितीकरण को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लेने से नाराज हैं.
पूरे प्रदेश के संविदाकर्मी पहुंचेंगे नया रायपुर: प्रदेश भर के हजारों संविदाकर्मी रायपुर तूता धरना स्थल में पहुंचेंगे और नियमितीकरण के लिए 8 मार्च 2019 को गठित पिंगुवा कमेटी का घेराव कर मांग करेंगे. पिंगुवा कमेटी के पदाधिकारियों को सार्वजनिक रूप से ज्ञापन सौपा जायेगा.
छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदाकर्मी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने बताया कि सरकार के पौने पांच साल बीत जाने के बाद भी नियमितिकरण के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया जाने से संविदा कर्मियों में नाराजगी है. मीडिया में 6 जुलाई की कैबिनेट बैठक में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की संभावना जाहिर की गई थी. जिसके बाद प्रदेश के 45000 संविदा कर्मचारियों को सरकार से उम्मीद जगी थी कि मौजूदा भूपेश सरकार से तोहफा मिलेगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके कारण संविदा कर्मचारियों में सरकार के प्रति नाराजगी और आक्रोश देखने को मिल रहा है.
महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुर्रे का कहना है कि साल 2019 में गठित पिंगुवा कमेटी की रिपोर्ट में अभी भी निर्णय नहीं हो पाया है. संविदा कर्मचारी लगातार इस संबंध में आवेदन निवेदन करते रहे लेकिन उनकी पीड़ा कोई नहीं समझ रहा है.
अब आंदोलन और तेज किया जायेगा. क्योंकि सरकार बात करने की कोई पहल नहीं कर रही है. नया रायपुर में संविदा कर्मियों का होने वाला प्रदर्शन सरकार का भविष्य तय करेगा- अशोक कुर्रे, कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदाकर्मी महासंघ
सरकार को दे चुके हैं बड़ी चेतावनी: 3 जुलाई से प्रदेश भर के 45 हजार संविदा कर्मी हड़ताल पर बैठे हैं. जिससे प्रदेशभर में स्वास्थ्य, मनरेगा, पंचायत, कृषि, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कई काम अटक गए हैं. संविदा कर्मचारियों ने नियमितकरण नहीं करने पर आने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में दूसरी पार्टी को वोट करने की चेतावनी कांग्रेस सरकार को दी है.