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खतरे में छात्रों का भविष्य, कई यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर्स के पद खाली - यूनिवर्सिटी

प्रदेश के कॉलेजों में प्रोफेसर्स की कमी है, जिससे विद्यार्थियों के पढ़ाई में नुकसान हो रहा है.

खतरे में छात्रों का भविष्य
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Published : Aug 17, 2019, 2:46 PM IST

Updated : Aug 17, 2019, 3:26 PM IST

रायपुर: प्रदेश में लंबे समय से प्रोफेसर्स कमी की बात सामने आ रही है. छात्र लंबे समय से प्रोफेसर की भर्ती की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी भी प्रदेश में तकरीबन ढाई हजार प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक के पद रिक्त हैं.

खतरे में छात्रों का भविष्य, कई यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर्स के पद खाली

स्नातकोत्तर प्राचार्य के 33 पद रिक्त है. वहीं स्नातक प्राचार्य के 117 पद खाली हैं. अध्यापक के 595 और सहायक अध्यापक के 1598 पद रिक्त हैं. कार्यक्रम अधिकारी के 67 पद और ग्रंथालय के 63 पद खाली हैं. रजिस्ट्रार के 9 पद रिक्त हैं.

पढ़ें : आरक्षण पर सीएम भूपेश ने पिछली बीजेपी सरकार को घेरा

ETV भारत ने की छात्रों से बात

ETV भारत की टीम ने यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों से बात की. छात्रों का कहना है कि सरकार को ध्यान देना चाहिए, लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है, जिससे हमारा नुकसान हो रहा है.

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शिक्षा मंत्री का कहना है

इस मामले में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल का कहना है कि हमने भर्तियां निकाली हैं. विज्ञापन दिए हैं. जल्द ही भर्तियां हो जाएगी, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी.

रायपुर: प्रदेश में लंबे समय से प्रोफेसर्स कमी की बात सामने आ रही है. छात्र लंबे समय से प्रोफेसर की भर्ती की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी भी प्रदेश में तकरीबन ढाई हजार प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक के पद रिक्त हैं.

खतरे में छात्रों का भविष्य, कई यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर्स के पद खाली

स्नातकोत्तर प्राचार्य के 33 पद रिक्त है. वहीं स्नातक प्राचार्य के 117 पद खाली हैं. अध्यापक के 595 और सहायक अध्यापक के 1598 पद रिक्त हैं. कार्यक्रम अधिकारी के 67 पद और ग्रंथालय के 63 पद खाली हैं. रजिस्ट्रार के 9 पद रिक्त हैं.

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ETV भारत ने की छात्रों से बात

ETV भारत की टीम ने यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों से बात की. छात्रों का कहना है कि सरकार को ध्यान देना चाहिए, लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है, जिससे हमारा नुकसान हो रहा है.

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शिक्षा मंत्री का कहना है

इस मामले में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल का कहना है कि हमने भर्तियां निकाली हैं. विज्ञापन दिए हैं. जल्द ही भर्तियां हो जाएगी, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी.

Intro:रायपुर । प्रदेशभर मैं लंबे समय से प्रोफेसर्स की कमी की बातें सामने आती रही है छात्र लंबे समय से प्रोफेसर भर्ती की मांग कर रहे हैं । लेकिन आलम अभी भी वैसा ही है अभी भी प्रदेश में तकरीबन ढाई हजार प्रध्यापक और सहायक प्राध्यापक के पद रिक्त हैं।


Body:स्नातकोत्तर प्राचार्य के 33 पद रक्त वही स्नातक प्राचार्य के 117 पद रिक्त हैं अध्यापक के 595 पद खाली हैं वहीं सहायक अध्यापक 1598 पद रिक्त हैं करीना अधिकारी के 67 पद रिक्त हैं वहीं ग्रंथालय 63 पद रिक्त हैं रजिस्ट्रार के 9 पद रिक्त हैं । लंबे समय से भर्ती को लेकर मांग भी उठती आ रही है । टीवी भारत की टीम ने यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों से बात की छात्रों का कहना है कि सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए लेकिन सरकार हस्तक्षेप नहीं कर रही है इससे हमारा नुकसान हो रहा है

छात्र नेता विभोर सिंह ने कहा कि प्रोफेसर की नियुक्ति पारदर्शी ढंग से होना चाहिए हम एक लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि सरकार को जल्द से जल्द प्रोफेसर की भर्ती पारदर्शी तरीके से करनी चाहिए हमारी मांग आज भी वही है ।

छात्रा प्रिया मिश्रा कहती है कि रिसर्च की कमी है जब आप सभी को पता है इससे हम सभी की पढ़ाई प्रभावित हो रही है बच्चों के रिजल्ट खराब आ रहे हैं हमने कई बार मांगी हमको पति से मिलने भी आए लेकिन ना तो भी हमसे मिलते हैं और ना ही जवाब देते हैं अभी उस दिन पहले ही यह मामला सामने आया था कि बच्चों ने एग्जाम तो दिल आया है लेकिन उनका ऑप्शन डाल दिया गया है ।

छात्र हर्षित सिंह कहते हैं कि सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए केवल पढ़ाई प्रभावित नहीं हो रही है बल्कि और भी कई ऐसे फैक्स हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है हम रविशंकर विश्वविद्यालय के छात्र हैं कहने को यह सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी है लेकिन यहां का रिजल्ट सबसे तेरी से घोषित किया जाता है सभी यूनिवर्सिटी की रिजल्ट जारी कर दिए गए हैं बावजूद इसके हमारे रिजल्ट जारी नहीं किए जाते हम कई दिनों से कुलसचिव से भी मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ना तो वह मिलते हैं और ना ही उनकी तरफ से कोई जवाब होता है हमें ऐसा लगता है कि सरकार को यूनिवर्सिटीज में एक कमेटी गठित करनी चाहिए जहां छात्र जाकर अपनी बात रख सकें और जो परेशानियां हैं उन्हें खुलकर बता सके


Conclusion:इस मामले पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल का कहना है कि हमने भर्तियां निकाली हैं विज्ञापन दिए हैं और जल्द ही भर्तियां हो जाएंगी जिससे कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी

बरहाल देखना यह होगा कि आखिर कब तक भर्तियां होती हैं और कब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल पाती है 10 सालों में तकरीबन दिल सौ से अधिक कॉलेजेस खोले गए हैं लेकिन प्रोफेसर्स की कमी अभी भी ज्यों की त्यों बनी हुई है यूनिवर्सिटीज में प्रोफेसर्स की इतनी कमी है कि गेस्ट प्रोफेसर्स के तौर पर प्राध्यापकों को बुलाते हैं और उनसे बच्चों की पढ़ाई करवाई जाती है लेकिन वे भी इतने क्वालीफाई नहीं होते हुए बच्चों को पढ़ा सकें।
Last Updated : Aug 17, 2019, 3:26 PM IST
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