रायपुर: पुलिस की ओर से चिटफंड कंपनियों और संचालकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. कंपनियों की संपत्ति कुर्की कर 7 करोड़ 80 लाख रुपये शासन के खाते में जमा कराए गए हैं. विभिन्न प्रकरणों में 80 एजेंटों के नाम आरोपियों की सूची से हटाये गए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ पुलिस चिटफंड कंपनी (अनियमित वित्तीय कंपनियों ) संचालकों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर रही है.
वर्ष 2019 में राज्य में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कुल 56 प्रकरण दर्ज हुए हैं. इन दर्ज प्रकरणों में कुल 12 डायरेक्टर को गिरफ्तार किया गया है. फरार आरोपी डायरेक्टर्स और पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाकर राज्य के समस्त पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है.
अलग-अलग जगहों से आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बेमेतरा मामले में भुवनेश्वर (ओडिशा) से 4 आरोपी डायरेक्टर अभिषेक सिंह चैहान, आशीष चौहान, निरंजन सक्सेना और प्रबल प्रताप सिंह यादव को गिरफ्तार किया है. बालोद मामले में नागपुर (महाराष्ट्र) से 2 आरोपी डायरेक्टर सुनीता सिंह एवं मनोज अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया है. बलौदाबाजार मामले में मध्यप्रदेश से हरीष शर्मा, लखन सोनी, प्रबल प्रताप सिंह यादव, निरंजन सक्सेना और राजस्थान से अभिषेक चौहान, आशीष चौहान को गिरफ्तार किया है. कोरबा मामले में कोलकाता से एक आरोपी डायरेक्टर कौशिक दत्ता को गिरफ्तार किया है.