रायपुर: भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने विश्व की सबसे बड़ी स्वच्छता प्रतियोगिता का आयोजन किया था, जिसमें छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर बाजी मार ली है. भारत सरकार ने सूचित किया है कि इस साल छत्तीसगढ़ ने फिर से स्वच्छता के क्षेत्र में अपना परचम लहराया है. छत्तीसगढ़ ने देश के स्वच्छ्तम राज्य के अपने दर्जे को बरकरार रखा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके लिए आने वाले 20 अगस्त को छत्तीसगढ़ को पुरस्कृत करेंगे.
छत्तीसगढ़ के साथ-साथ यहां के 14 शहरों को भी पुरस्कृत किया जाएगा, जिनमें अंबिकापुर, धमतरी, जशपुर नगर, पाटन, भिलाई, बीरगांव, भिलाई-चरौदा, चिरमिरी, कवर्धा, चांपा, पिपरिया, अकलतरा, नरहरपुर और सारागांव शामिल है. इन्हें भी 20 अगस्त को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया जाएगा.
भारत सरकार प्रतिवर्ष जारी करती है रैंकिंग
बता दें कि भारत सरकार हर वर्ष देश के सभी शहरों और राज्यों के मध्य आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण में शहरी स्वच्छता का विभिन्न पैमानों पर आंकलन करती है. इसमें मुख्य रूप से घर-घर से कचरा एकत्रीकरण, कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटान, खुले में शौच मुक्त शहर और कचरा मुक्त शहर स्टार रेटिंग का थर्ड पार्टी के माध्यम से आंकलन किया जाता है. साथ ही नागरिकों के फीडबैक को समाहित कर राज्यों और शहरों की रैंकिंग जारी की जाती है. इसके बाद उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों और शहरों को पुरस्कृत किया जाता है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को दी बधाई
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है. सीएम बघेल ने कहा कि इस सफलता का श्रेय प्रदेश की जागरूक जनता और यहां के कर्मवीर सफाई कर्मचारियों और अधिकारियों के परिश्रम का फल है.
स्वच्छता में सिरमौर बनाए रखने का संकल्प
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री शिवकुमार डहरिया ने इस सफलता के लिए राज्य की जनता के किए गए प्रयासों की सराहना किया है. साथ ही स्वच्छता से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मचारियों को बधाई दी है. साथ ही छत्तीसगढ़ को इसी प्रकार स्वच्छता में सिरमौर बनाए रखने का संकल्प लेने का आह्वान किया. वहीं नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी ने विभाग की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विभागीय मंत्री शिवकुमार डहरिया के प्रति आभार व्यक्त किया है. साथ ही कहा कि आगे भी इसी प्रकार का प्रदर्शन दोहराया जाएगा.
1600 टन कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटान
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ देश का ऐसा एक मात्र प्रदेश है, जहां पर नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के सिद्धांतों के अनुरूप लगभग 9000 से अधिक स्वच्छता दीदी घर-घर से करीब 1600 टन गीला और सूखा कचरा एकत्रीकरण करती हैं. साथ ही वैज्ञानिक रीति से कचरे का निपटान करती हैं. भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ को देश का प्रथम ओडीएफ प्लस-प्लस राज्य निरूपित किया है.