बिलासपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद उनके गृह नगर पेंड्रा-गौरेला में शोक की लहर है. जोगी के निधन के बाद स्थानीय प्रशासन भी मुस्तैद है. उनका अंतिम संस्कार शनिवार को गौरेला में होना है, इसे लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं . प्रशासन ने हेलीपैड, जोगी निवास और कब्रिस्तान का भी निरीक्षण किया.
प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और मरवाही विधायक अजीत जोगी रायपुर के निजी अस्पताल में 20 दिनों से जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन आज वो जिंदगी की जंग हार गए. उन्होंने 3 बजकर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली. जोगी के निधन की खबर के बाद उनके गृह नगर पेंड्रा गौरेला में भी शोक की लहर दौड़ गई है. वहीं शनिवार को उनका अंतिम संस्कार भी गौरेला पावर हाउस के पास स्थित कब्रिस्तान में किया जाएगा.
रायपुर से बिलासपुर लाया जाएगा पार्थिव शरीर
अजीत जोगी के शव को रायपुर से पहले बिलासपुर स्थित मरवाही सदन में आम लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. उसके बाद सड़क मार्ग से जोगी के पार्थिव शरीर को उनके पूर्वजों के पैतृक गांव जोगीसार ले जाया जाएगा और अंतिम दर्शन के बाद सीधे गौरेला जोगी निवास में आमजन के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. अजीत जोगी का गोरेला के पावर हाउस के पास स्थित कब्रिस्तान में सामाजिक रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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कई VIP हो सकते हैं शामिल
अंतिम संस्कार में कई VIP के शामिल होने की संभावना है. जिसकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को बिलासपुर एसपी समेत जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी पेंड्रा-गौरेला पहुंचे और जहां पर अजीत जोगी के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा वहां पर पहुंचकर निरीक्षण भी किया. वहीं जोगी पार्टी के पदाधिकारी और जोगी परिवार के नजदीकी लोग भी शामिल हो सकते हैं.