रायपुर: जांजगीर स्थित केएसके महानदी पावर प्लांट लगभग 14 दिनों से बंद है. इसे लेकर राज्य सरकार ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. सरकार की ओर से कहा गया है कि दो कंपनियों के विवाद की वजह से प्लांट में उत्पादन ठप हो गया है. राज्य सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे (State government spokesperson Ravindra Choubey ) ने कहा कि महानदी पावर प्लांट शुरू से विवादपस्त रहा है. (KSK Mahanadi Power Plant) वहीं अकलतरा विधायक सौरभ सिंह (Akaltara MLA Saurabh Singh )ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) को पत्र लिखकर चिंता जाहिर की है.
स्थापना के वक्त से विवाद की स्थिति
मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि, शुरुआत में जब प्लांट लगाया जा रहा था, तब इरीगेशन के डैम को कब्जा करने की शिकायत मिली थी. उसके बाद महानदी से पानी लेने का कार्य प्रारंभ किया गया था. दो कंपनियों के बीच आपस में झगड़ा है. मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा मैं ऐसा समझता हूं कि झगड़ा आपस में सुलझाना चाहिए. अन्यथा उस कंपनी को बंद होने से कोई नहीं रोक सकता है. उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर जो संभव हो पा रहा है कार्रवाई की जाएगी.
पानी सप्लाई प्रभावित
जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा तहसील में स्थापित केएसके महानदी पावर प्लांट को महानदी से मिलने वाला पानी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में कंपनी में बिजली उत्पादन बंद हो गया है. (Power generation stopped ) जानकारी के मुताबिक कंपनी में पानी सप्लाई को लेकर दो कंपनियों के बीच विवाद की स्थिति है. इसलिए पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है.
अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने लिखा पत्र
अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर जल्द हल निकालने की मांग की है. सौरव सिंह ने चिंता जताई है कि, यदि समस्या का जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो यहां काम कर रहे करीब 10 हजार लोगों का रोजगार प्रभावित होगा. सौरभ सिंह ने बताया कि यदि यहां पर बिजली का उत्पादन बंद पड़ेगा तो इसका असर पड़ोसी राज्यों पर भी देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में बिजली की कमी हो सकती है. वहां के लोगों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है.
किस विवाद के कारण नहीं मिल रहा पानी?
केएसके महानदी कंपनी और केएसके वाटर रिसोर्स (KSK Water Resources ) के आपसी विवाद में ऐसे हालात बन गए हैं. केएसके महानदी पावर प्लांट में बिजली उत्पादन का काम और महानदी से पानी सप्लाई का काम दो अलग-अलग कंपनियां करती हैं. इन्हीं कंपनियों के आपसी विवाद के कारण पानी सप्लाई पिछले 20 दिनों से बंद है. रिजर्व वॉटर से कुछ दिन प्लांट का संचालन किया गया, लेकिन अब वह भी नहीं मिलने के कारण प्लांट में उत्पादन ठप पड़ गया है.
राजस्व नुकसान के साथ ही कानून व्यवस्था बिगड़ने की चिंता
विधायक सौरभ सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में चिंता जताई है. उनका कहना है कि 10 हजार लोग प्लांट बंद होने से बेरोजगार होते हैं, तो इलाके में कानून व्यवस्था पर इसका सीधा असर पड़ सकता है. इसके साथ ही भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार को कोयला, पानी और बिजली के बदले मिलने वाले राजस्व का भी नुकसान होगा.
प्लांट का विवादों से है पुराना नाता
केएसके महानदी पावर प्लांट में हर साल नया विवाद देखने को मिलता है. इससे पहले भी प्लांट से जुड़ी हर खबर को ETV BHARAT ने प्रमुखता प्रकाशित किया है.
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