रायपुर: हाल ही में रायपुर नगर निगम तेलीबांधा फ्लाईओवर के नीचे ब्यूटीफिकेशन का कार्य कराया गया है. फ्लाईओवर पर फॉल सीलिंग के साथ एलईडी लाइट और आसपास के दीवारों पर डेकोरेशन और गमले भी लगाए गए थे. लोकार्पण के महज 15 से 20 दिन बाद ही ब्यूटीफिकेशन के कार्य पर कई सवाल खड़े हो रहे है. बता दें कि 1 सप्ताह पहले रायपुर शहर में हल्की बारिश हुई थी. उसके बाद से ही यहां लाइट काम नहीं कर रहा है. इसके साथ ही बहुत सारी गड़बड़ियां सामने आ रही है.
डेकोरेशन के लिए लगाए गए गमले गायब: फ्लाई वाटर फॉल सीलिंग के साथ ही डेकोरेशन का काम किया गया था. दोनों दीवारों की और छोटे-छोटे लगभग 400 से अधिक गमले लगे हुए थे. लेकिन आज वहां सिर्फ 50 से 60 गमले ही बचे हैं. बाकी के गमले कहां गए? इसकी जानकारी किसी को नहीं है. आसपास से रोजाना गुजरने वाले लोगों ने बताया कि यहां बहुत सारे गमले लगे हुए थे, जो गायब हो चुके हैं. शादी जब गमले लगाए गए थे, तो उसमें पौधे भी मौजूद नहीं थे. अब वहां सिर्फ गिनती के गमले बचे है.
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पानी निकासी नहीं तो LED बल्ब के बीच से टपक रहा पानी: रायपुर नगर निगम द्वारा जब ब्यूटीफिकेशन का कार्य किया जा रहा था. उस दौरान भी यातायात बाधित हो रहा था. ऐसे में जल्दबाजी में किए गए काम के कारण भी अब बारिश के दौरान लगाए गए एलईडी लाइट के बीच सही पानी की निकासी हो रही. जल्दबाजी में फॉल सीलिंग का काम तो करवा दिया गया. लेकिन पानी निकासी को लेकर कोई जगह नहीं बनाई गई. उसी कारण बारिश के बाद अब पानी बल्ब के बीच से टपक रहा है.
रख रखाव में लापरवाही: रायपुर नगर निगम और रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा शहर में जितने भी ब्यूटीफिकेशन और विकास कार्य कराए जा रहे हैं. ज्यादातर मामलों में यह देखा गया है कि मेंटेनेंस और रखरखाव में ध्यान नहीं देने के कारण चीजें जल्द खराब हो जाती. रायपुर नगर निगम द्वारा ठेकेदारों को काम का भुगतान कर दिया जाता है लेकिन मेंटेनेंस को लेकर ध्यान नहीं देने के कारण नई चीजें भी जल्द खराब हो जाती है. इसी का जीता जागता उदाहरण है तेलीबांधा फ्लाईओवर के नीचे किए गए ब्यूटीफिकेशन का कार्य. महज 15 से 20 दिनों में सारे कार्यों की पोल खुल रही है.