रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की अंदरूनी कलह समय-समय पर सार्वजनिक होती जा रही है. एक बार फिर राहुल गांधी के प्रदेश दौरे से पहले कांग्रेस की अंदरूनी कलह सार्वजनिक होती दिखी दी. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 3 फरवरी को छत्तीसगढ़ आ रहे हैं.उनके आगमन को लेकर लगभग सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है. इस बीच पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. खासकर यह पोस्टर वॉर भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच देखने को मिल रहा (Poster war before Rahul Gandhi visit in Chhattisgarh) है.
हटाये गये टी एस सिंहदेव के पोस्टर
जिन रास्तों से राहुल गांधी गुजरेंगे उन रास्तों को पोस्टर से पाट दिया गया है. सभी नेता मंत्री विधायक अपने-अपने पोस्टर को चौक चौराहों पर लगवा रहे हैं. इसी कड़ी में कुछ जगहों पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के भी पोस्टर राहुल गांधी के स्वागत में लगाए गए थे. यह पोस्टर बुधवार की दोपहर में लगाए गए लेकिन शाम होते-होते इन सारे पोस्टरों को निकलवा दिया गया. इन पोस्टर को निकालने नगर निगम की गाड़ी सड़कों पर नजर आ रही थी.
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किसके कहने पर हटाये गये पोस्टर ये साफ नहीं
यह पोस्टर किसके कहने से हटाये गये, ये अब तक साफ नहीं हो पाया है. हालांकि इस पोस्टर वॉर से ये बात जरूर साफ है कि कांग्रेस में अंदरूनी कलह अब भी जारी है. इस घटना के बाद प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस के अंदर चल रही गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है . अब पोस्टर लगाने और हटाने पर प्रदेश में सियासत शुरू हुई है. इसमें किसका नफा है और किसका नुकसान यह कह पाना मुश्किल है. यही वजह है कि आज भी ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का मामला सुर्खियों में बना हुआ है. यह मामला अब भी ठंडा नहीं पड़ा है. शायद यही वजह है कि प्रदेश में राहुल गांधी के दौरे के दौरान इस तरह का पोस्टर वॉर देखने को मिल रहा है.