रायपुर: बठेना में एक ही परिवार के 5 सदस्यों की संदिग्ध मौत पर सीएम भूपेश बघेल ने दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि बठेना कांड को खुड़मुड़ा की घटना से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. दोनों घटनाएं अलग-अलग हैं. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि बठेना में लोगों की मृत्यु हुई है. यह बेहद दुखद है. भूपेश बघेल ने खुडमुड़ा कांड को लेकर यह भी कहा कि अपराधी अबतक पकड़े नहीं जा सके हैं. यह भी चिंता का विषय है.
रमन ने सरकार को घेरा
पूर्व सीएम रमन सिंह ने बठेना कांड के साथ ही शनिवार को रायपुर के अछौली में हुए मर्डर समेत कानून व्यवस्था के मामले पर सरकार को घेरा है. रमन सिंह ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि ''यकीन नहीं होता यह छत्तीसगढ़ की खबरें हैं. कांग्रेस सरकार में पुलिस बेबस और अपराधी ताकतवर हो गए हैं, इसलिए हर दिन अखबार के पन्नों में हत्या, लूट, बलात्कार, अपहरण की खबरें छपती हैं. बेहद दुखद ! यह कैसा छत्तीसगढ़ गढ़ रहे हैं भूपेश बघेल जी.''
दुर्ग: एक ही परिवार के पांच लोगों की संदिग्ध मौत से सनसनी
क्या है बठेना कांड?
दुर्ग के बठेना गांव में शनिवार को एक ही परिवार के 5 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. पाटन थाना से महज 3 किलोमीटर दूर गायकवाड़ परिवार के पांच लोगों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया है. पिता-पुत्र की एक ही फंदे में झूलते हुए लाश मिली. वहीं पास ही एक पैरावट में तीन लाश और मिली. बठेना की घटना के बाद दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा, पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने घटनास्थल का जायजा लिया. पुलिस के मुताबिक गायकवाड़ परिवार के मुखिया राम बृज की पत्नी जानकी बाई और उसकी दोनों बेटियां ज्योति और दुर्गा की हत्या कर उनके शव को पैरावट में ले जाकर जला दिया गया है. इसके बाद बेटे की हत्या कर घर के मुखिया ने खुद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है.
गृहमंत्री ने दिए जांच के आदेश
बठेना कांड पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने आईजी इंटेलीजेंस और एसपी दुर्ग से फोन पर बात की है. उन्होंने जांच के लिए एक टीम गठित करने का निर्देश दिया है. गृह मंत्री ने इस केस में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
आर्थिक तंगी की वजह से खुदकुशी?, एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत
आर्थिक तंगी के कारण वारदात को अंजाम !
दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने कहा है कि पुलिस को छानबीन के दौरान घर से एक सुसाइड नोट मिला है. जिसके आधार पर दावा किया जा सकता है कि इस वारदात को आर्थिक तंगी की वजह से अंजाम दिया गया है.
सांसद बघेल ने भी उठाए सवाल
बठेना गांव में हुई इस घटना की सूचना पर दुर्ग सांसद विजय बघेल भी मौके पर पहुंचे. सांसद के मुताबिक गायकवाड़ परिवार की हत्या के मामले को पुलिस जब सुसाइड बता रही है तो प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हितों की सरकार बताना हास्यास्पद है. आर्थिक तंगी से यदि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में कोई किसान परिवार आत्महत्या कर रहा है. इसका मतलब साफ है कि किसानों को सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही है.
10 एकड़ खेत का मालिक था राम बृज
दुर्ग सांसद विजय बघेल ने यह सवाल भी उठाया है कि जो 10 एकड़ खेत का मालिक हो वो आत्महत्या क्यों करेगा? खुड़मुड़ा में भी दो महीने पहले हुई किसान परिवार के चार लोगों की मौत सरकार के निकम्मेपन का ही नतीजा है. सांसद ने कहा कि वे जिले के सांसद होने के नाते मुख्यमंत्री से इसपर इस्तीफा देने की मांग करते हैं.
खुड़मुड़ा हत्याकांड: जांच के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ डीके सतपथी पहुंचे घटनास्थल
खुड़मुड़ा हत्याकांड के आरोपी भी अबतक गिरफ्त से बाहर
दिसंबर 2020 में पाटन के खुड़मुड़ा में एक ही परिवार के 4 सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. वहीं बठेना की घटना से अब कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
विधानसभा में भी उठा है किसान आत्महत्या का मुद्दा
किसानों की आत्महत्या का मुद्दा छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में भी गूंज चुका है. 26 फरवरी को कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने विधानसभा में बताया था कि राज्य में पिछले 10 महीने में 141 किसानों ने आत्महत्या की है. मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा और मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से वॉकआउट भी किया था.