रायपुर:छत्तीसगढ़ में इन दिनों महादेव सट्टा ऐप को लेकर राजनीति हो रही है. अब इस मामले में आम आदमी पार्टी का बयान सामने आया है. आप कार्यकर्ता ने मामले में बघेल सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं. दरअसल, महादेव ऐप एक गेमिंग ऐप है. इसके जरिए छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ सालों में 5000 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है. इस घपले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने 200 लोगों को गिरफ्तार किया है. ईडी ने भी इस केस में कई बड़े खुलासे किए हैं.
आप का बघेल सरकार पर हमला: महादेव ऐप घोटाले को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता तेजेन्द्र तोडेकर का बयान सामने आया है. तेजेन्द्र तोडेकर ने कहा कि, "जिस महादेव एप ने अपने छत्तीसगढ़ के लाखों युवाओं की जिंदगी बर्बाद की. उस महादेव एप का संचालक सीएम भूपेश बघेल के क्षेत्र से आता है. आज वह केंद्र पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं कि इस ऐप को केंद्र बंद करवाए. क्या प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी नहीं बनती. भूपेश बघेल अगर चाहते तो ये ऐप कब का बंद हो जाता लेकिन उन्हें इसमें कोई इंटरेस्ट ही नहीं था."
कुछ दिनों पहले कोमल हुपेंडी ने भी साधा था निशाना: वहीं, इससे पहले आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी का भी बयान सामने आया था. उन्होंने कहा था कि, "5 सालों में कांग्रेस ने अलग-अलग तरीके से छत्तीसगढ़ की जनता को लूटा है. कभी चावल घोटाला, तो कभी गोबर घोटाला. बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ को बर्बाद कर दिया है. शांति का टापू कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में बघेल सरकार के राज में जमकर सट्टेबाजी हो रही है. महादेव सट्टा ऐप के जरिए कांग्रेस ने जनता को जमकर लूटा. अब जब उनकी पोल खुल गई है तो भूपेश बघेल महादेव सट्टा एप पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं."
कांग्रेस ने किया पलटवार: महादेव सट्टा ऐप घोटाले को लेकर कांग्रेस की बघेल सरकार पर लग रहे आरोपों पर कांग्रेस प्रवक्ता राकेश गुप्ता ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि, "आम आदमी पार्टी के तो कई नेता खुद जेल के अंदर हैं. उनके पार्टी के नेता तो कई घोटालों में आरोपों से घिरे हैं. उनका एक सांसद आज भी जेल में है. यह पार्टी पूरी भ्रष्टाचारियों की पार्टी है. "सुपा बोले तो बोले चलनी क्या बोले". आम आदमी पार्टी के नेताओं को कांग्रेस पार्टी पर इस तरह के आरोप लगाने से पहले एक बार सुबह उठकर शीशे में अपना चेहरा देख लेना चाहिए. रही बात महादेव ऐप की तो महादेव ऐप का संचालन न केवल छत्तीसगढ़ से बल्कि यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा था. इस ऐप के तार दुबई से जुड़े हुए हैं. मोदी सरकार को न केवल महादेव ऐप पर फैसला लेना चाहिए बल्कि उन सभी गेमिंग ऐप पर फैसला लेना चाहिए, जिसमें सट्टे का व्यापार हो रहा है."
बता दें कि इन दिनों महादेव सट्टा ऐप मामले में कई बड़ी हस्तियों का नाम सामने आया है. वहीं, इस मुद्दे में खुलासे के बाद से ही लगातार राजनीतिक बयानबाजी भी हो रही है.