रायपुर : छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होना है.दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होना है. राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. लगातार कई मंत्री और नेताओं के दौरे छत्तीसगढ़ में हो रहे हैं. बुधवार को उत्तराखंड के पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने छत्तीसगढ़ में गरीबों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरा.साथ ही साथ कहा कि हम छत्तीसगढ़ की जनता से ये कहने आए हैं कि आप भी डबल इंजन की सरकार बनाइये. केंद्र में बीजेपी की सरकार है और छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी की सरकार बनाएं. जिससे इस क्षेत्र का विकास तेज गति से हो सके.वहीं इस पूरे मामले पर सीएम भूपेश ने बीजेपी पर पलटवार किया.
छत्तीसगढ़ में सिर्फ घोटाला ही घोटाला : सतपाल महाराज ने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के 5 साल में घोटाले ही घोटाले किए हैं. चाहे वह कोयला घोटाला हो शराब घोटाला हो या ट्रांसफर पोस्टिंग घोटाला या फिर पीएससी जैसी चीजों में घोटाले के मामले हो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में घोटाले की लंबी चौड़ी लिस्ट गिनाई. इसके साथ ही कांग्रेस ने प्रधानमंत्री आवास के तहत 16 लाख परिवारों को आवास से वंचित रखने का काम कांग्रेस की सरकार ने किया है.
''उत्तराखंड राज्य में सख्त कानून बनाए गए हैं. कोई भी प्रलोभन और लालच के माध्यम से किसी का धर्म परिवर्तन नहीं करा सकता. धर्मांतरण को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ में भी इस तरह के कानून बनाए जाने चाहिए. जिससे धर्मांतरण पर रोक लगा सके.'' सतपाल महाराज, कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड
कांग्रेस ने किया पलटवार : सतपाल महाराज के धर्मांतरण के मुद्दे पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सांप्रदायिकता और धर्मांतरण के मुद्दे पर बीजेपी को निशाने पर लिया.
''बीजेपी के पास केवल 2 विषय हैं सांप्रदायिकता और धर्मांतरण.वो भाई-भाई को आपस में लड़ाते हैं. वे कोई काम नहीं करेंगे बल्कि लोगों को लड़ाएंगे और वोट लेंगे. उन्हें नफरत है और उनके मन में हिंसा है. रमन सिंह के नेतृत्व में, बस्तर की हरी-भरी धरती लाल हो गई.''- भूपेश बघेल, सीएम छग
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण में मतदान 7 नवंबर को होना है.जिसमें बस्तर और दुर्ग संभाग की 20 सीटों के लिए मतदान होगा.जिसमें बस्तर की 12 सीटें भी शामिल हैं.पूरे बस्तर में धर्मांतरण का मुद्दा कई महीनों से गर्माया हुआ है.जिसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को चुनौती दी है कि यदि बीजेपी एक भी धर्मांतरण का एक भी मामला सामने ले आए तो वो उनकी बात मान लेंगे.