रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बजरंग दल को बैन करने के बयान के बाद सियासी पारा चढ़ गया है. इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस में लगातार जुबानी जंग जारी है. छत्तीसगढ़ के सड़कों पर भाजापा और कांग्रेस के नेता सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं. एक ओर बीजेपी, बजरंग दल को प्रतिबंध लगाने वाले बयान के विरोध में कांग्रेस की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ कर रही है. तो वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा और बजरंग दल के सद्बुद्धि के लिए सुंदरकांड का पाठ कर रहे हैं.
क्या कहते हैं भाजपा कार्यकर्ता: कांग्रेस के सुंदरकांड के पाठ को लेकर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा, "कांग्रेस ने कभी सुंदरकांड का पाठ नहीं किया है. वह अभी कर रहे हैं. हम बजरंगबली से प्रार्थना करते हैं कि कांग्रेसियों को सद्बुद्धि दे."
सभी राम की शरण में जाएं: बीजेपी के वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक ने कहा, "भगवान ने कांग्रेसियों को सद्बुद्धि दिया कि, वे सुंदरकांड का पाठ करें. यह अच्छा है. यह बजरंगियों के ऊपर जो पाबंदियों की बात कर रहे हैं, इसके बाद कांग्रेसी ठीक से नहीं सोए हैं. इसलिए सुबह उठकर उन्होंने यही सोचा कि हम हनुमान जी की शरण में चले जाएं. हनुमान चालीसा और सुंदरकांड अलग नहीं है. जिन्हें जो पाठ करना है, वह करें. हम चाहते हैं कि सभी भगवान राम के शरण में जाएं और उसी से सभी का कल्याण होता है."
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क्या कहते हैं कांग्रेस के नेता: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, "हमें बजरंगबली की जय बोलने से कोई आपत्ति नहीं. हम छत्तीसगढ़ में रामायण का पाठ करवाते हैं. बीजेपी की सरकार 15 साल रही, इन्होंने कभी रामायण का पाठ करवाया?? उन्होंने कभी कौशल्या माता मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया? छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जगह में राम की मूर्ति की स्थापना किसने की है? पूरे राज्य में ना केवल हम रामायण का पाठ करवा रहे हैं, बल्कि रामायण समितियों को 5000 रुपए सम्मान निधि दे रहे हैं. बजरंगबली हम सब के आराध्य हैं."
बजरंग दल ने दी सीएम को चुनौती: मुख्यमंत्री भूपेश के बयान के बाद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनौती दी है. वह बजरंग दल को बैन करके दिखाएं.