रायपुर: बिरनपुर हिंसा मामले में गिरफ्तार 8 आरोपियों को बेमेतरा जिला कोर्ट ने बरी कर दिया है. इस मामले में अब बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है. मामले में अरुण साव ने कांग्रेस की बघेल सरकार पर हमला बोला है. साथ ही जांच में लापरवाही की बात कही है. इधर, कांग्रेस ने भी बीजेपी के आरोप पर पलटवार किया है.
बिरनपुर हिंसा पर बीजेपी का बयान: मामले में अरुण साव ने कहा कि, " बिरनपुर घटना में हिंदू समाज के 8 नौजवानों को सरकार ने झूठे आरोप में फसाया था. जिला न्यायालय ने उन्हें दोष मुक्त किया है. पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, विवेचना अधिकारी के खिलाफ जांच करने का आदेश दिया गया है. इस मामले में बीजेपी शुरू से सरकार पर एकतरफा कार्रवाई की बात कह रही है. जो भुनेश्वर साहू के हत्या के वास्तविक दोषी हैं, उन्हें बचाने का काम बघेल सरकार कर रही है. एक खास समाज के लोगों पर झूठे मुकदमे बना रही है. कोर्ट के फैसले से ये साफ हो गया है कि एक खास समाज को बघेल सरकार में तंग किया जा रहा है"
शराब को लेकर भी सियासत जारी : छत्तीसगढ़ की महिलाओं में नशे की गतिविधियों को लेकर अरुण साव ने कहा कि " लगातार हम इस बात को कहते रहे हैं कि भूपेश, अकबर और ढेबर ने छत्तीसगढ़ को नशे का गढ़ बना दिया है. जो सरकार नौजवानों के सपने को तोड़ने का काम करें, छत्तीसगढ़ को बदलने का काम करें, छत्तीसगढ़ के भविष्य को खराब करने का काम करें, ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का हक नहीं है."
कांग्रेस ने किया पलटवार: इस पूरे मामले में प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी ने बीजेपी पर पलटवार किया. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, "बिरनपुर मामले में बीजेपी का चरित्र पहले दिन से ही सांप्रदायिक रहा है. जब घटना हुई थी, तब बीजेपी ने राजनीति करने की कोशिश की थी. अब अदालत के फैसले के बाद भी बीजेपी फिर से सांप्रदायिक जहर घोलने की कोशिश कर रही है. बिरनपुर मामले में उस समय जो परिस्थितियों थी. वैसे पुलिस ने काम किया था. जो उपद्रवी थे, उन्हें गिरफ्तार किया था. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष इस मामले में जिस तरह से बयान दे रहे हैं. वह बेहद ही आपत्तिजनक है. छत्तीसगढ़ की फिजा को खराब करने वाला है."
महिलाओं में बढ़ते नशे पर कांग्रेस का बयान: महिलाओं में बढ़ते नशे वाले बीजेपी के आरोप पर सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि, " भारतीय जनता पार्टी मुद्दा विहीन है. छत्तीसगढ़ में अपराधों में कमी आई है. छत्तीसगढ़ में भाजपा के शासनकाल में महिलाओं को शराब परोसने की ट्रेनिंग दी जाती थी. आज भारतीय जनता पार्टी महिलाओं में बढ़ते नशाखोरी के मुद्दे में हमें सीख ना दे तो बेहतर है."
बता दें कि शनिवार को बिरनपुर हिंसा और आगजनी मामले में 8 आरोपियों को बेमेतरा जिला कोर्ट ने बरी कर दिया है. बेमेतरा जिला कोर्ट ने इस मामले में माना कि द्वेषपूर्ण तरीके से कार्रवाई की गयी है. इस पूरे मामले में एक बार फिर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने है.