रायपुर: राजधानी रायपुर में विद्या मितान संघ अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर पिछले 16 दिनों से प्रदर्शन कर रहा है. विद्या मितान संघ ने महारैली निकालकर सीएम हाउस को घेरने की चेतावनी दी थी. लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को धरना स्थल पर ही रोक दिया. जिसके बाद विद्या मितान संघ ने धरना स्थल पर ही विरोध प्रदर्शन किया. विद्या मितान संघ नियमितीकरण की मांग कर रहें हैं. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में सरकार बनते ही विद्या मितानों को नियमित करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के 2 साल बाद भी इनको नियमित नहीं किया गया है. जिसके विरोध में छत्तीसगढ़ के विद्या मितान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर 27 अक्टूबर से विद्या मितान संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सरकार इनकी मांग को नहीं सुन रही है. जिसके कारण विद्या मितान पिछले 16 दिनों से अलग-अलग तरीकों से सरकार से अपनी बात मनवाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मुंडन करवाकर, भीख मांग कर, करवा चौथ का उपवास और सोमवार को सिर पर काली पट्टी बांधकर विद्या मितानों ने धरना स्थल पर अपना विरोध जताया था. बावजूद इसके सरकार ने इनकी अब तक कोई सुध नहीं ली है.
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2516 विद्या मितान पिछले 8 महीने से बेरोजगार
छत्तीसगढ़ में लगभग 2516 विद्या मितान हैं जो वर्ष 2016 से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे थे. कक्षा नवमी से लेकर कक्षा 12वीं तक के बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे थे. लेकिन पिछले 8 महीने से सरकार ने इन्हें शासकीय स्कूलों से निकाल दिया है. जिसके कारण विद्या मितानों की आर्थिक स्थिति भी गड़बड़ा गई है. अब इनके सामने रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है. परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो गया है. जिसके कारण विद्या मितानो कों सड़क पर उतर कर अपनी लड़ाई लड़नी पड़ रही है.