रायपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राजधानी में शासन ने 21 से 28 सितंबर तक पूर्ण लॉकडाउन लागू किया है. इस लॉकडाउन में जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी गतिविधियों पर पाबंदी लगाई गई है. ऐसे में किसी को भी बाहर घूमने की इजाजत नहीं है. गुरुवार को लॉकडाउन का तीसरा दिन है. ऐसे में इलाके की सड़कें पूरी तरह से वीरान नजर आ रही हैं. वहीं पुलिस प्रशासन व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है. चौक-चौराहों पर पुलिस जवानों को तैनात किया गया है. घर से बाहर घूम रहे लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.
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लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए पुलिस प्रशासन सख्ती दिखा रही है. महादेव घाट के रायपुरा पुल पर तैनात पुलिस अधिकारी योगिता खरपडे ने बताया की बिना वैध कारण के किसी को भी पुल पार नहीं करने दिया जा रहा है. हर आने-जाने वाले को रोककर घर से बाहर निकलने का कारण पूछा जा रहा है. वैध कारण नहीं होने पर समझाकर वापस घर भेजा जा रहा है. कुछ पर वैधानिक चलान की कार्रवाई भी की जा रही है. उन्होंने बताया कि पुल को पार करते ही दुर्ग जिला सीमा शुरू हो जाती है. ऐसे में चेकिंग पॉइंट पर बाकी जगह की अपेक्षा जिम्मेदारी और बढ़ गई है.
बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन का निर्णय
कुछ हफ्तों के दौरान हजारों लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पहचान हुई है. लगातार बढ़ते संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में दोबारा लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया. राजधानी समेत कई जिलों में फिलहाल सख्त लॉकडाउन लागू किया जा चुका है. छत्तीसगढ़ में फिलहाल कोरोना संक्रमण से 93 हजार से अधिक व्यक्ति संक्रमित हुए हैं. पिछले 24 घंटों में स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न जिलों से 2 हजार 400 से भी अधिक कोरोना संक्रमितों की पहचान की है.