दिल्ली/रायपुर: पीएम नरेंद्र मोदी (PM narendrea Modi)ने बुधवार को कोरोना वैक्सीनेशन (Corona vaccination) में पिछड़े देश के 40 जिलों के अधिकारियों (officials of 40 districts) से बात की है. इस मीटिंग में झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, महाराष्ट्र, मेघायल और अन्य राज्य के जिलों के कलेक्टर मौजूद रहे हैं.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अध्यक्षता में आज कोविड टीकाकरण (Covid Vaccination) के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए. इसके साथ ही बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू के साथ-साथ प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला भी उपस्थित रहे. बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पत्रकारों से बात की.
नारायणपुर में 59 प्रतिशत लोगों को लग चुका है टीका, सरकार के पास डाटा नहीं
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि मुख्य रूप से वैक्सीनेशन के संबंध में और वैक्सीनेशन में देश के 45 जिले 12 राज्यों के जहां पहला डोज 50 प्रतिशत से कम हुआ है, उसकी तरफ ध्यान था. छत्तीसगढ़ में नारायणपुर जिले को अंकित किया गया था. हालांकि लगता है डाटा केंद्र सरकार के पास पुराना रहा होगा. उन्होंने कम आंका था. 50 प्रतिशत से नारायणपुर में हमारा 59 प्रतिशत हो चुका है. कुछ कोविड-19 पोर्टल में हमारे सीजी टीका के आंकड़े अभी चढ़े नहीं है. इसके चलते कुछ अंतर हो सकता है. 80 प्रतिशत प्रथम डोज हमारा प्रदेश में हो चुका है. राष्ट्रीय औसत से दोनों डोज हमारा 38 प्रतिशत हो चुका है. तुलनात्मक स्थिति ठीक है, लेकिन हम लोग चाहेंगे कि 100 प्रतिशत के नजदीक हो. एक करोड़ टीका और एक करोड़ सीरींज भी हमने मांगे हैं. क्योंकि जो 32 लाख हमारे पास टीके हैं, इनमें से 30 लाख टीके सेकंड डोज में लग जाएंगे. करीब 40 लाख लोग जो बचे हैं, जिनको फर्स्ट डोज भी लेना है, उनके लिए हमारे पास नहीं के बराबर टीके रहेंगे.
सेकंड डोज नहीं लगाने आ रहे हैं लोग, उन पर फोकस करने की जरूरत
छत्तीसगढ़ के संदर्भ में चिंता की बात है जिस पर हम लोग और ध्यान देने की कोशिश कर रहे हैं. वह यह कि समय बीतने के बाद सेकंड डोज लेने के लिए कई लोग नहीं आ रहे हैं. इनको लाना और इन तक पहुंचना बहुत जरूरी हो जाता है. इस दिशा में हम काम करेंगे और मुख्यमंत्री से भी इस बैठक में बात हुई. छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय औसत की तुलना में आगे है.
कलेक्टरों से की बातचीत
कलेक्टरों से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 100 साल की इस सबसे बड़ी महामारी में देश ने अनेक चुनौतियों का सामना किया है. कोरोना से देश की लड़ाई में एक खास बात ये भी रही कि हमने नए-नए समाधान खोजे, Innovative तरीके आजमाएं. आपको भी अपने जिलों में वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए नए Innovative तरीकों पर और ज्यादा काम करना होगा.पीएम ने जिले के कलेक्टरों (Collector)से कहा कि वह अपने जिलों में एक-एक गांव, एक-एक कस्बे के लिए अगर अलग-अलग रणनीति बनाकर काम करें. तभी सफलता हासिल हो सकेगी. उन्होंने कहा आप क्षेत्र के हिसाब से 20-25 लोगों की टीम बनाकर भी ऐसा करते हैं. जो टीमें आपने बनाई हों, उनमें एक Healthy Competition हो, इसका भी प्रयास कर सकते हैं.
इन राज्यों में पहली डोज महज 50 फीसद
देश में 13 राज्यों के 48 जिले ऐसे हैं, जिनमें कोरोना टीकाकरण की पहली डोज 50 प्रतिशत तक नहीं पहुंच पाई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना टीकाकरण में जो जिले पीछे छूट गए हैं, उनमें दिल्ली के उत्तरी पश्चिमी जिले में 48.2 प्रतिशत, हरियाणा के नूह में 23.5 प्रतिशत, बिहार के अररिया में 49.6 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में 47.5 प्रतिशत को ही पहली डोज लग पाई है. साथ ही झारखंड के नौ जिले पाकुड़, साहेबगंज, गढ़वा, देवघर, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, लातेहार, गोड्डा और गुमला में भी 50 प्रतिशत से कम टीकाकरण हुआ है.