नई दिल्ली/ रायपुर: लॉकडाउन के बाद मजदूर पैदल अपना परिवार लेकर घर की तरफ लौट पड़े हैं. देशभर से श्रमिकों के संघर्ष की तस्वीरें सामने आई हैं. केंद्र सरकार मजदूरों को उनके राज्य तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड की सरकारों की ओर से इन ट्रेनों को अनुमति नहीं दी जा रही है.
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, 'रेलवे ने प्रवासी मजदूरों के लिए 1200 ट्रेनें रखी हैं लेकिन कई ऐसे राज्य हैं जहां से बहुत कम अनुमति ट्रेनों के लिए मिल रही है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड के इजाजत कम मिल रही है. गोयल ने कहा कि रेल मंत्रालय हर रोज 300 ट्रेनें शुरू कर सकता है.
छत्तीसगढ़ के सीएम से किया निवेदन
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 'ये सरकारें परमिशन दें, जिससे मजदूरों को उनके राज्य पहुंचाया जा सके'. उन्होंने छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और झारखंड के मुख्यमंत्रियों से अपील की कि, वे अपने राज्यों के श्रमिकों के लिए, जो घर जाना चाहते हैं, उनका स्वागत करें. उनकी चिकित्सा की चिंता करें. रेल मंत्री ने कहा कि 'रेलवे प्रवासी मजदूरों के लिए 1200 ट्रेनें लेकर बैठा है'.
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कृपया सच बोलें, राज्य सरकारों द्वारा मांगी गयी ट्रेनों की पूर्ति करें। https://t.co/GB04gFidfM
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कृपया सच बोलें, राज्य सरकारों द्वारा मांगी गयी ट्रेनों की पूर्ति करें। https://t.co/GB04gFidfM
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने किया पलटवार
'छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने पीयूष गोयल के बयान पर पलटवार किया है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा 'झूठ बोलने से कोरोना पास नहीं आता' ये अफवाह है पीयूष गोयल जी कृपया सच बोलें और राज्य सरकारों की ओर से मांगी गई ट्रेनों की पूर्ति करें.'
बता दें कि रोजाना मजदूरों के पैदल घर जाने की तस्वीरें सामने आ रही हैं और लगातार केंद्र और राज्य सरकारें एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही हैं.