दिल्ली/रायपुर: राज्यसभा में बीजेपी के नेता सदन पीयूष गोयल ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाने और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के कैश कांड के बहाने कांग्रेस पर तंज कसा. हालांकि राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इसे खारिज कर दिया और इन बातों को रिकॉर्ड में नहीं रखने की बात कही.
कैसे हुई शुरुआत: राज्यसभा में बीजेपी के नेता सदन पीयूष गोयल अपनी सीट पर खड़े हुए और उच्च सदन के सभापति जगदीप धनखड़ के माध्यम से सदन को ये जानकारी दी कि, छत्तीसगढ़ को आदिवासी समाज से नया सीएम मिला है. उन्होंने विष्णुदेव साय का नाम लेते हुए कहा कि, साय के उच्च विचार और कुशल व्यवहार के चलते राज्य का सीएम बना दिया गया, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू, जो आदिवासी प्रदेश की नुमाइंदगी करते हैं, उन्होंने कैशकांड कर दिया.
पीयूष गोयल को सभापति ने टोका: पीयूष गोयल अपनी बात को जारी रखे ही थे, कि बीच में सभापति ने उन्हें टोक दिया. और उनकी बातों को रिकॉर्ड में नहीं रखने का निर्देश दिया.राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि, आपने आदिवासी को सीएम बनाया ये अच्छी बात है, लेकिन कांग्रेस का जो उल्लेख किया, वो रिकॉर्ड में नहीं जा सकता. जगदीप धनखड़ ने कहा कि, अच्छी बातें रिकॉर्ड में रहेंगी, लेकिन उसके बाद की बातें रिकॉर्ड में नहीं रहेंगी.
कांग्रेस ने दिया जवाब: पीयूष गोयल के तंज पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उच्च सदन के सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे ने जवाब दिया. उन्होंने बीजेपी नेता पर पलटवार किया. हालांकि, सभापति के हस्तक्षेप के बाद ये मामला शांत हो गया. हंसी मजाक और नोकझोंक के बीच बीजेपी और कांग्रेस के नेता के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला. उच्च सदन में तंज और मिसाल के बीच सभापति का बीजेपी नेता को टोकना भी दिलचस्प रहा. सभापति जगदीप धनखड़ ने फिर दोबारा पीयूष गोयल की बातों का जिक्र किया, और कहा कि, अच्छी बातों को रिकॉर्ड में रखा जा रहा है.