रायपुर: विधानसभा में शुक्रवार को पीडीएस मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राशन दुकान में सरप्लस चावल आवंटन के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा. इस दौरान उन्होंने पीडीएस में लगभग 600 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया और जांच की मांग की. इस पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब दिया.
काफी देर तक हुआ हंगामा: पीडीएस में घोटाले को लेकर तीखी नोकझोंक चलती रही. इस बीच सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. लेकिन दोबारा इस मामले को लेकर हंगामा जारी रहा, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
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रमन सिंह ने पूछा सवाल: पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राशन दुकानों में अतिशेष आवंटन (सरप्लस आवंटन) के मुद्दे को लेकर सरकार से सवाल पूछा. रमन सिंह ने मंत्री से जानना चाहा कि अतिशेष स्टॉक के संबंध में क्या विभाग ने कोई नियम बनाया है? जिसके जवाब में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि आपने जो फॉर्मूला बनाया है, उसी के अनुसार काम किया जा रहा है.
स्टॉक के आंकड़ों में अंतर: रमन सिंह ने कहा कि "अतिशेष स्टॉक (सरप्लस स्टॉक) को लेकर खाद विभाग और जिला विभाग के आंकड़ों में अंतर है. लगभग 59 लाख मीट्रिक टन चावल गायब है, जिसकी जांच होनी चाहिए. जांच के बाद से बड़ा घोटाला सामने आएगा. इस मामले में अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक की मिलीभगत है. इसलिए इसकी जांच कोई अधिकारी नहीं बल्कि विधानसभा की समिति से कराई जानी चाहिए."
अमरजीत भगत ने दिया पीडीएस पर जवाब: रमन सिंह के सवालों के जवाब में मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि जितने बोगस राशन कार्ड बनते थे, आप के समय होता था. आप के फॉर्मूले से ही हम वितरण कर रहे हैं. हमने 13 हजार 392 राशन दुकानों का वेरिफिकेशन किया है. वेरिफिकेशन के बाद 4 हजार 952 दुकानों में करीब 41 हजार टन की गड़बड़ियां पाई गई हैं.अब तक 13 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है. इस तरह के केस में 161 दुकान निलंबित किए गए हैं जबकि 140 दुकान के लाइसेंस रद्द किए गए हैं."