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पटवारियों की हड़ताल ने बढ़ाई परेशानी, राजस्व संबंधी कार्य प्रभावित

पटवारी संघ की 9 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होने पर वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. पटवारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से राजस्व संबंधी कार्य प्रभावित हुआ है.

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पटवारी संघ का प्रदर्शन
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Published : Dec 15, 2020, 5:31 PM IST

रायपुर : राजधानी सहित प्रदेशभर के पटवारी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं. इन पटवारियों के हड़ताल पर चले जाने से राजस्व संबंधी कार्य सहित शासन के कई कार्य भी प्रभावित हो रहें हैं. पटवारी संघ ने अपनी समस्याओं को लेकर विभाग को कई बार अवगत कराया. बावजूद इसके उनकी समस्याओं को नहीं सुना गया. परेशान पटवारी अब सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

किसान आंदोलन को समर्थन
पटवारियों का कहना है कि उनका काम पूरी तरह से आधुनिक हो चुका है. ऐसे में ना तो पटवारियों के पास लैपटॉप की सुविधा है और ना ही इंटरनेट की सुविधा है. पटवारियों के वेतन में विसंगति है. वहीं पदोन्नति में भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है.

पढ़ें : महासमुंद: भुइयां सॉफ्टवेयर ने पटवारियों की बढ़ाई परेशानी, सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

पटवारियों की प्रमुख मांगें

  • जमीन की समस्या दूर कर और संसाधन मुहैया कराए जाएं
  • वरिष्ठता के आधार पर राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति
  • विभागीय जांच पूरी नहीं होने तक FIR पर रोक
  • फिक्स टीए 1000 रुपये प्रतिमाह
  • स्टेशनरी भत्ता और कार्यालय के किराया राशि का भुगतान
  • नक्सली क्षेत्र में नक्सल भत्ता दिया जाए
  • मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त
  • अतिरिक्त प्रभार पर 50 प्रतिशत राशि भत्ता
  • वेतन विसंगति दूर की जाए.

    पटवारी संघ हड़ताल पर
    छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ के आह्वान पर पटवारी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इससे पहले पटवारी संघ ने 1 दिसंबर से 13 दिसंबर तक काली पट्टी लगाकर शासन-प्रशासन का विरोध किया था. पटवारी संघ की 9 सूत्रीय मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. 14 दिसंबर से पटवारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए.

रायपुर : राजधानी सहित प्रदेशभर के पटवारी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं. इन पटवारियों के हड़ताल पर चले जाने से राजस्व संबंधी कार्य सहित शासन के कई कार्य भी प्रभावित हो रहें हैं. पटवारी संघ ने अपनी समस्याओं को लेकर विभाग को कई बार अवगत कराया. बावजूद इसके उनकी समस्याओं को नहीं सुना गया. परेशान पटवारी अब सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

किसान आंदोलन को समर्थन
पटवारियों का कहना है कि उनका काम पूरी तरह से आधुनिक हो चुका है. ऐसे में ना तो पटवारियों के पास लैपटॉप की सुविधा है और ना ही इंटरनेट की सुविधा है. पटवारियों के वेतन में विसंगति है. वहीं पदोन्नति में भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है.

पढ़ें : महासमुंद: भुइयां सॉफ्टवेयर ने पटवारियों की बढ़ाई परेशानी, सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

पटवारियों की प्रमुख मांगें

  • जमीन की समस्या दूर कर और संसाधन मुहैया कराए जाएं
  • वरिष्ठता के आधार पर राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति
  • विभागीय जांच पूरी नहीं होने तक FIR पर रोक
  • फिक्स टीए 1000 रुपये प्रतिमाह
  • स्टेशनरी भत्ता और कार्यालय के किराया राशि का भुगतान
  • नक्सली क्षेत्र में नक्सल भत्ता दिया जाए
  • मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त
  • अतिरिक्त प्रभार पर 50 प्रतिशत राशि भत्ता
  • वेतन विसंगति दूर की जाए.

    पटवारी संघ हड़ताल पर
    छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ के आह्वान पर पटवारी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इससे पहले पटवारी संघ ने 1 दिसंबर से 13 दिसंबर तक काली पट्टी लगाकर शासन-प्रशासन का विरोध किया था. पटवारी संघ की 9 सूत्रीय मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. 14 दिसंबर से पटवारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए.
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