रायपुर: राजधानी रायपुर के टाटीबंध के नशा मुक्ति केंद्र और पुनर्वास केंद्र सुर्खियों में है. यहां इलाज कराने आए 4 मरीजों पर सुपरवाइजर से मारपीट और डेढ़ लाख रुपये लूटने का आरोप लगा है.
पीड़ित के मुताबित मरीजों ने नशामुक्ति केंद्र के सुपरवाइजर हरिओम शुक्ला को चाकू दिखाकर आलमारी की चाबी छीनी और आलमारी में रखे डेढ़ लाख रुपए लूट कर भाग गए.आरोपियों के नाम श्रवण देवेंद्र, तरुण कुम्हार और अभिषेक रूंगटा हैं. इन चारों ने लूट की घटना को अंजाम दिया है. वारदात की तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हो गई है.
नगरीय निकाय चुनाव का दिया हवाला
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन पुलिस इस मामले में मीडिया के सामने कई सवालों का जवाब देने से बचते नजर आए और नगरीय निकाय चुनाव का हवाला देकर थाने से निकल गए.
परिजनों ने पुनर्वास केंद्र पर लगाए आरोप
वहीं शुक्रवार को युवकों के परिजन थाने पहुंचे और उन्होंने पुनर्वास केंद्र पर आरोप लगाया है कि नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र में परिजनों ने बच्चों को इलाज के लिए भेजा था, जहां नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र की संचालिका परिजनों से 1 महीने का 6-7 हजार रुपए लेती थी. परिजनों ने यह भी बताया कि वे जब भी अपने बच्चों से मिलने पुनर्वास केंद्र जाते थे तो वहां के मैनेजर उन्हें केन्द्र से भगा देते थे.
परिजन थाना पहुंचे
परिजनों क यह भी आरोप है कि बच्चों का इलाज पुनर्वास केंद्र में नहीं होता है. यहां सिर्फ उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी जाती थी. इसी शिकायत को लेकर परिजन थाने पहुंचे थे, लेकिन आमानाका के थाना प्रभारी भरत बरेठ जांच की बात कहकर परिजनों को थाने से वापस भेज दिए.
डेढ़ लाख रुपए लूट लिए
वहीं मामले में आमानाका थाने के टीआई भरत बरेठ ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र की संचालिका ममता शर्मा ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि इलाज कराने आए चार युवकों ने सुपरवाइजर से मारपीट करके उससे डेढ़ लाख रुपए लूट लिए, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है.