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वेतन और काम के घंटे को लेकर पंचायत संचिवों ने खोला मोर्चा, राजधानी में दिया धरना - Panchayat secretaries protest in Chhattisgarh

रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर मंगलवार को ग्राम पंचायत सचिवों ने 4 सूत्रीय मांगों के साथ धरना प्रदर्शन किया. साथ ही राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित पंचायत मंत्री को ज्ञापन सौंपा.

छत्तीसगढ़ पंचायत सचिवों का धरना प्रदर्शन
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Published : Nov 19, 2019, 5:58 PM IST

Updated : Nov 20, 2019, 12:01 AM IST

रायपुरः बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर मंगलवार को प्रदेश भर से हजारों की संख्या में पंचायत सचिवों ने अपनी 4 सूत्रीय मांगो को लेकर एक दिवसीय धरना दिया. इस धरना प्रदर्शन के बाद पंचायत सचिवों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पंचायत मंत्री और मुख्य सचिव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

छत्तीसगढ़ पंचायत सचिवों का धरना प्रदर्शन

बघेल सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप

सचिव संघ ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. और कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने पंचायत सचिवों से ग्रेड पे बढ़ाने और पदोन्नति का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के इतने दिनों बाद भी यह वादा बघेल सरकार ने नहीं निभाया. इस वजह से सभी जिलों के पंचायत सचिवों ने मिलकर 4 सूत्री मांगों के साथ एकता और आस्था रैली निकाली.

सचिव संघ की मुख्य मांगें

  • दो साल के प्रोबेशन के बाद पंचायत सचिवों का वेतन बढ़ाया जाए. सभी सचिवों को 5200 से 20200 रुपया वेतनमान और 2400 रुपए ग्रेड पे की स्वीकृति दी जाए.
  • संघ की दूसरी मांग है कि विभाग के रिक्त पदों पर पदोन्नति और त्रिस्तरीय क्रमोन्नति की स्वीकृति दी जाए. साथ ही पूर्णकालिक पेंशन और सातवां वेतनमान लागू किया जाए.
  • सचिव संघ ने बीजापुर में बर्खास्त किए गए सचिवों को बहाल करने की मांग की है.
  • विभाग में पदस्थ महिला सचिवों का आरोप है कि सरकारी समय के मुताबिक ड्यूटी का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक होता है, लेकिन सरकार की नरवा,गरवा,घुरवा और बारी जैसी महत्वकांक्षी योजनाओं की वजह से उन्हें 24 घंटे काम करना पड़ता है, जो उनके लिए बहुत ही मुश्किल है. इसलिए महिला सचिवों के काम के घंटे निर्धारित किए जाएं.

सचिव संघ का कहना है कि उनकी ओर से सरकार की सभी योजनाओं को पूरी जिम्मेदारी से किया जाता है. तो सरकार को भी उनकी बातें सुननी चाहिए. सचिव संघ ने मांगें पूरी नहीं होने की सूरत में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

रायपुरः बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर मंगलवार को प्रदेश भर से हजारों की संख्या में पंचायत सचिवों ने अपनी 4 सूत्रीय मांगो को लेकर एक दिवसीय धरना दिया. इस धरना प्रदर्शन के बाद पंचायत सचिवों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पंचायत मंत्री और मुख्य सचिव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

छत्तीसगढ़ पंचायत सचिवों का धरना प्रदर्शन

बघेल सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप

सचिव संघ ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. और कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने पंचायत सचिवों से ग्रेड पे बढ़ाने और पदोन्नति का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के इतने दिनों बाद भी यह वादा बघेल सरकार ने नहीं निभाया. इस वजह से सभी जिलों के पंचायत सचिवों ने मिलकर 4 सूत्री मांगों के साथ एकता और आस्था रैली निकाली.

सचिव संघ की मुख्य मांगें

  • दो साल के प्रोबेशन के बाद पंचायत सचिवों का वेतन बढ़ाया जाए. सभी सचिवों को 5200 से 20200 रुपया वेतनमान और 2400 रुपए ग्रेड पे की स्वीकृति दी जाए.
  • संघ की दूसरी मांग है कि विभाग के रिक्त पदों पर पदोन्नति और त्रिस्तरीय क्रमोन्नति की स्वीकृति दी जाए. साथ ही पूर्णकालिक पेंशन और सातवां वेतनमान लागू किया जाए.
  • सचिव संघ ने बीजापुर में बर्खास्त किए गए सचिवों को बहाल करने की मांग की है.
  • विभाग में पदस्थ महिला सचिवों का आरोप है कि सरकारी समय के मुताबिक ड्यूटी का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक होता है, लेकिन सरकार की नरवा,गरवा,घुरवा और बारी जैसी महत्वकांक्षी योजनाओं की वजह से उन्हें 24 घंटे काम करना पड़ता है, जो उनके लिए बहुत ही मुश्किल है. इसलिए महिला सचिवों के काम के घंटे निर्धारित किए जाएं.

सचिव संघ का कहना है कि उनकी ओर से सरकार की सभी योजनाओं को पूरी जिम्मेदारी से किया जाता है. तो सरकार को भी उनकी बातें सुननी चाहिए. सचिव संघ ने मांगें पूरी नहीं होने की सूरत में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

Intro: रायपुर राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर आज प्रदेश भर के हजारों की संख्या में सचिवों ने अपनी 4 सूत्री मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दीया और एकता एवं आस्था रैली निकाली प्रदेश स्तर के इस धरना प्रदर्शन में सभी जिले के ग्राम पंचायत के सचिव मौजूद रहे ग्राम पंचायत और समस्त शासकीय कार्यों का निर्वहन ग्राम पंचायत के सचिव ही करते हैं


Body:और सरकार के द्वारा ग्राम पंचायत के सचिवों को ही जिम्मेदारी सौंपी जाती है और कहीं पर गलती होने से इन सचिवों को निलंबित या बर्खास्त भी कर दिया जाता है बीजापुर जिले में राजनीतिक द्वेष के चलते लगभग 11 सचिवों को बर्खास्त कर दिया गया है सचिव संघ का कहना है कि बर्खास्त किए गए इन सचिवों को वापस ग्राम पंचायत सचिव में लिया जाए


Conclusion:सचिव संघ की 4 सूत्री मांगों में 2 वर्ष परिवीक्षा अवधि पश्चात सभी सचिवों को 5200 से 20200 रुपया वेतनमान एवं 2400 रुपए ग्रेड पे व शासकीय करण की स्वीकृति दी जाए विभागीय रिक्त पदों पर सत प्रतिशत पदोन्नति एवं त्रिस्तरीय क्रमोन्नति की स्वीकृति दी जाए पूर्णकालिक पेंशन की स्वीकृति दी जाए सातवें वेतनमान स्वीकृति प्रदान करते हुए अनावश्यक रूप से बिना कारणवश बर्खास्त किए गए बीजापुर जिले के सचिवों की बहाली की जाए ग्राम पंचायत में पुरुष सचिवों के अलावा महिला सचिवों की भी अहम भागीदारी होती है महिला सचिव का कहना है कि सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक की सरकारी ड्यूटी करने के बाद भी हमसे सरकार के द्वारा 24 घंटे की ड्यूटी कराई जाती है जो महिलाओं के लिए उचित नहीं है शासकीय कार्यों के अलावा कई ऐसे कार्य हैं जो ग्राम पंचायत के सचिवों को ही करना पड़ता है और कई बार महिला ग्राम पंचायत सचिव इन कामों को करके थक भी जाती हैं उनका कहना है कि सरकार की महत्वपूर्ण योजना नरवा गरवा घुरवा बारी जैसे कामों को भी ग्राम पंचायत के सचिव हैं कर रहे हैं ऐसे में सचिव संघ का कहना है कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का हम संचालन करते हैं तो सरकार को भी चाहिए कि हम सचिवों की बात को सुने और समझे और हमारी मांगों को प्रदेश सरकार पूरा करें नहीं तो आने वाले दिनों में सचिव संघ द्वारा उग्र आंदोलन और प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी गई है



बाइट भारतीय विश्वास ग्राम पंचायत सचिव ठौर जिला दुर्ग


बाइट योगेश चंद्राकर संभागीय अध्यक्ष सचिव संघ दुर्ग


रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
Last Updated : Nov 20, 2019, 12:01 AM IST
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