ETV Bharat / state

धान और किसान पर सदन गरमाया, खाद्य मंत्री बोले- '2500 रु प्रति क्विंटल ही खरीदेंगे'

छत्तीसगढ़ विधानसभा के शातकालीन सत्र का चौथे दिन में धान पर गरमाया. जिसमें पक्ष और विपक्ष ने लगातार सवाल जवाब चलते रहे.

Paddy purchase Discussion on fourth day of  Vidhan Sabha
धान और किसान पर सदन में जमकर हुआ हंगामा
author img

By

Published : Nov 28, 2019, 1:24 PM IST

Updated : Nov 28, 2019, 10:33 PM IST

रायपुर: जैसे कि आसार थे, वैसा हुआ. छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन धान पर गरमाया. प्रश्नकाल के दौरान धान खरीदी और समर्थन मूल्य को लेकर सत्ता और विपक्ष में तीखी नोक-झोंक देखने को मिली. विपक्षी विधायकों ने बार-बार सरकार से सवाल किया कि क्या वादे के मुताबिक किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदा जाएगा.

धान और किसान पर सदन गरमाया

सदन में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सदस्यों शिवरतन शर्मा और अजय चंद्राकर ने धान के समर्थन मूल्य और 2500 रुपए प्रति क्विंटल को लेकर सरकार से सवाल पूछा. जेसीसीजे विधायक धरमजीत सिंह ने भी सवाल किया कि क्या किसानों को 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान का मिलेगा. जिसके बाद खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह ने जवाब दिया. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो वादा सरकार ने किसानों से किया है, वो निभाएगी.

भाजपा ने सरकार पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया
भाजपा ने सरकार पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया है. मंत्री ने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान खरीदा था तो आज क्यों नहीं खरीद रही. खाद्य मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन केंद्र सरकार ने ब्रेक लगा दिया है. खाद्य मंत्री ने कहा कि तय एमएसपी पर खरीदी की जाएगी लेकिन जो अंतर की राशि है उसपर गठित समिति निर्णय लेगी.

धान और किसान पर सदन गरमाया

धरमजीत सिंह ने समिति पर उठाए सवाल
जेसीसीजे विधायक ने कहा कि जो समिति बनी है वो शराब पर बनी समिति की तरह न हो जाए. धरमजीत ने कहा कि हमारी मजबूरी है तय एमएसपी पर धान खरीदना लेकिन सरकार अपना वादा कब पूरा करेगी.

जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ विपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि किसानों के खाते तक समर्थन मूल्य की राशि कब तक पहुंचेगी. इस पर खाद्य मंत्री ने कहा कि जिस तरह से इतना अच्छा सवाल किया है वैसे ही केंद्र सरकार को पत्र भी लिख देते. खाद्य मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों को नुकसान नहीं होने देगी. खाद्य मंत्री ने फिर मंत्रिमंडल की उपसमिति की गठन की बात दोहराई. उन्होंने बताया कि बजट सत्र से पहले समिति की बैठक इसे लेकर होगी. विपक्ष मंत्री के इस जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आया और सदन में देर तक हंगामा होता रहा.

किसानों को 2500 रुपए के दर किया जाएगा भुगतान

हंगामेदार सदन की कार्रवाई के बाद खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धान खरीदी को लेकर कहा कि 85 लाख मिट्रिक टन का अनुमानित उपार्जन रखा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो केंद्र सरकार ने MSP दर तय किया है. उसी के हिसाब से धान की खरीदी की जाएगी, लेकिन किसानों को 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर भुगतान किया जाएगा.

रायपुर: जैसे कि आसार थे, वैसा हुआ. छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन धान पर गरमाया. प्रश्नकाल के दौरान धान खरीदी और समर्थन मूल्य को लेकर सत्ता और विपक्ष में तीखी नोक-झोंक देखने को मिली. विपक्षी विधायकों ने बार-बार सरकार से सवाल किया कि क्या वादे के मुताबिक किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदा जाएगा.

धान और किसान पर सदन गरमाया

सदन में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सदस्यों शिवरतन शर्मा और अजय चंद्राकर ने धान के समर्थन मूल्य और 2500 रुपए प्रति क्विंटल को लेकर सरकार से सवाल पूछा. जेसीसीजे विधायक धरमजीत सिंह ने भी सवाल किया कि क्या किसानों को 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान का मिलेगा. जिसके बाद खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह ने जवाब दिया. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो वादा सरकार ने किसानों से किया है, वो निभाएगी.

भाजपा ने सरकार पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया
भाजपा ने सरकार पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया है. मंत्री ने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान खरीदा था तो आज क्यों नहीं खरीद रही. खाद्य मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन केंद्र सरकार ने ब्रेक लगा दिया है. खाद्य मंत्री ने कहा कि तय एमएसपी पर खरीदी की जाएगी लेकिन जो अंतर की राशि है उसपर गठित समिति निर्णय लेगी.

धान और किसान पर सदन गरमाया

धरमजीत सिंह ने समिति पर उठाए सवाल
जेसीसीजे विधायक ने कहा कि जो समिति बनी है वो शराब पर बनी समिति की तरह न हो जाए. धरमजीत ने कहा कि हमारी मजबूरी है तय एमएसपी पर धान खरीदना लेकिन सरकार अपना वादा कब पूरा करेगी.

जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ विपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि किसानों के खाते तक समर्थन मूल्य की राशि कब तक पहुंचेगी. इस पर खाद्य मंत्री ने कहा कि जिस तरह से इतना अच्छा सवाल किया है वैसे ही केंद्र सरकार को पत्र भी लिख देते. खाद्य मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों को नुकसान नहीं होने देगी. खाद्य मंत्री ने फिर मंत्रिमंडल की उपसमिति की गठन की बात दोहराई. उन्होंने बताया कि बजट सत्र से पहले समिति की बैठक इसे लेकर होगी. विपक्ष मंत्री के इस जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आया और सदन में देर तक हंगामा होता रहा.

किसानों को 2500 रुपए के दर किया जाएगा भुगतान

हंगामेदार सदन की कार्रवाई के बाद खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धान खरीदी को लेकर कहा कि 85 लाख मिट्रिक टन का अनुमानित उपार्जन रखा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो केंद्र सरकार ने MSP दर तय किया है. उसी के हिसाब से धान की खरीदी की जाएगी, लेकिन किसानों को 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर भुगतान किया जाएगा.

Intro:cg_rpr_01_vidhansabha_on_rajbhasha_av_7203517

रायपुर। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने दी राजभाषा दिवस की बधाई दी। सभी सदस्यों से छत्तीसगढ़ में प्रश्न पूछने और जवाब देने का आग्रह किया।सचिवालय को भी छत्तीसगढ़ी में काम करने के निर्देश दिए।

संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे का उद्बोधन

सौभाग्य का दिन है जब छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस मनाया जा रहा है। राज्य गठन के 19 साल बाद छत्तीसगढ़ियों की सरकार महसूस हुई। पहली बार राज्य में छत्तीसगढ़ के त्योहार की छुट्टी दी गई, छत्तीसगढ़ी भाषा को आज मान-सम्मान बढ़ा है।

हरेली का त्यौहार.. तीजा की छुट्टी... कर्मा त्योहार.. गोवर्धन पूजा जैसे सभी छत्तीसगढ़ी त्योहारों को राज्य सरकार ने मनाया..
अरपा पैरी के धार को जब राज्यगीत बनाया गया और सदन में गाया गया तब सम्मान का महत्व सामने नजर आया..... *आज डोसा इटली के जमाने में ठेठरी और खुरमी का महत्व बढ़ गया* .....
वही पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का उद्बोधन
कहा जब मैं मुख्यमंत्री बना तब मैंने मजबूरी में छत्तीसगढ़ी में शपथ लिया था। अधिकारियों से जब मैंने बोला छत्तीसगढ़ी में शपथ लेना है तो संविधान के अनुकूल बताया गया.। छत्तीसगढ़ी में कामकाज के लिए हमारी सरकार नहीं जोर दिया था। हमारी छत्तीसगढ़ी गुरतुर भाषा है जिसे बोला जाना चाहिए अजीत जोगी का वक्तव्य,
सभी सदस्यों से अरपा पैरी के धार को कॉलरट्यून बनाने का आग्रह किया। संसद में छत्तीसगढ़ी मुहावरों के इस्तेमाल का जिक्र किया।
Body:NoConclusion:
Last Updated : Nov 28, 2019, 10:33 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.