रायपुर: जैसे कि आसार थे, वैसा हुआ. छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन धान पर गरमाया. प्रश्नकाल के दौरान धान खरीदी और समर्थन मूल्य को लेकर सत्ता और विपक्ष में तीखी नोक-झोंक देखने को मिली. विपक्षी विधायकों ने बार-बार सरकार से सवाल किया कि क्या वादे के मुताबिक किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदा जाएगा.
सदन में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सदस्यों शिवरतन शर्मा और अजय चंद्राकर ने धान के समर्थन मूल्य और 2500 रुपए प्रति क्विंटल को लेकर सरकार से सवाल पूछा. जेसीसीजे विधायक धरमजीत सिंह ने भी सवाल किया कि क्या किसानों को 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान का मिलेगा. जिसके बाद खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह ने जवाब दिया. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो वादा सरकार ने किसानों से किया है, वो निभाएगी.
भाजपा ने सरकार पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया
भाजपा ने सरकार पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया है. मंत्री ने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान खरीदा था तो आज क्यों नहीं खरीद रही. खाद्य मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन केंद्र सरकार ने ब्रेक लगा दिया है. खाद्य मंत्री ने कहा कि तय एमएसपी पर खरीदी की जाएगी लेकिन जो अंतर की राशि है उसपर गठित समिति निर्णय लेगी.
धरमजीत सिंह ने समिति पर उठाए सवाल
जेसीसीजे विधायक ने कहा कि जो समिति बनी है वो शराब पर बनी समिति की तरह न हो जाए. धरमजीत ने कहा कि हमारी मजबूरी है तय एमएसपी पर धान खरीदना लेकिन सरकार अपना वादा कब पूरा करेगी.
जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ विपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि किसानों के खाते तक समर्थन मूल्य की राशि कब तक पहुंचेगी. इस पर खाद्य मंत्री ने कहा कि जिस तरह से इतना अच्छा सवाल किया है वैसे ही केंद्र सरकार को पत्र भी लिख देते. खाद्य मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों को नुकसान नहीं होने देगी. खाद्य मंत्री ने फिर मंत्रिमंडल की उपसमिति की गठन की बात दोहराई. उन्होंने बताया कि बजट सत्र से पहले समिति की बैठक इसे लेकर होगी. विपक्ष मंत्री के इस जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आया और सदन में देर तक हंगामा होता रहा.
किसानों को 2500 रुपए के दर किया जाएगा भुगतान
हंगामेदार सदन की कार्रवाई के बाद खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धान खरीदी को लेकर कहा कि 85 लाख मिट्रिक टन का अनुमानित उपार्जन रखा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो केंद्र सरकार ने MSP दर तय किया है. उसी के हिसाब से धान की खरीदी की जाएगी, लेकिन किसानों को 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर भुगतान किया जाएगा.