रायपुर: देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन (omicron variant of corona ) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. अब तक भारत में ओमीक्रोन वायरस से पीड़ित 23 मरीजों (Omicron Cases in India) की पहचान हो चुकी है. जिसमें सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र से आए हैं. यहां कुल 10 मरीज कोरोना के ओमीक्रोन वायरस से पीड़ित हैं. ऐसे में महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती राज्य होने के कारण छत्तीसगढ़ को ज्यादा एहतियात (Omicron likely to trigger third wave) बरतने की जरूरत है. छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ गया (third wave of corona in Chhattisgarh) है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक ओमीक्रोन के देश में 23 मरीज हैं. इनमें महाराष्ट्र में 10 मरीज, राजस्थान में 9 केस, कर्नाटक में 2 , दिल्ली में 1 और गुजरात में 1 मरीज कोरोना के (omicron driven third wave in chhattisgarh) ओमीक्रोन वैरिएंट से संक्रमित हैं.
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ओमीक्रोन का मोटिलिटी रेट काफी कम, लेकिन यह वायरस ज्यादा संक्रामक
कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन का (Omicron Motility Rate) मोटिलिटी रेट (mortality rate from omicron) काफी कम है. लेकिन इसके फैलने की क्षमता पुराने वेरिएंट (Omicron variant transmissibility rate) से ज्यादा है. जो सबसे ज्यादा चिंता का विषय है. जिला अस्पताल रायपुर (District Hospital Raipur) के सिविल सर्जन पीके गुप्ता ने बताया कि देश में ओमीक्रोन के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं. छत्तीसगढ़ में सोमवार को कुल 44 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है. जिनके सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing) के लिए भेजा गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में पूरी तरकी से एहतियात बरती जा रही है. एयरपोर्ट पर कोरोना की जांच की जा रही है. बाहर से आने वाले यात्रियों की पूरी ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है. स्वास्थ्य विभाग विदेश से आने वाले यात्रियों की सख्ती से ट्रेसिंग की जा रही है. ट्रैवल हिस्ट्री का डाटा भी तैयार किया जा रहा है. डॉक्टर पीके गुप्ता ने बताया कि ओमीक्रोन वैरिएंट काफी खतरनाक है. यह तेजी से फैलने की क्षमता रखता है. लेकिन इससे लोगों की मौत नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि डेल्टा वैरिएंट और ओमीक्रोन वैरिएंट (Delta Variants and Omicron Variants) में ये मौजूदा अंतर अभी देखने को मिल रहा है.इस बीच कुछ एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि यह भले ही पिछले वेरिएंट्स से ज्यादा संक्रामक हो, लेकिन इससे अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु का खतरा कम हो सकता है. हमारे देश में भी पांच राज्यों में Omicron के मामले सामने आ चुके हैं और अब तक 23 लोगों के इससे संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है.
विदेश से आए सभी यात्रियों की हो रही है कोरोना टेस्टिंग, कोविड 19 गाइडलाइन का कराया जा रहा है पालन
केंद्र सरकार ने बाहर से आने वाले यात्रियों को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया है. एयरपोर्ट पर ही बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है. उनका कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया जा रहा है. इसके अलावा 7 दिनों के लिए सभी को आइसोलेशन में रखा जा रहा है. सभी सैंपलों की जिनोम सीक्वेंसिंग भी कहाई जा रही है. ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार की गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जा रहा है. प्रदेश में बाहर से आए कई ऐसे यात्री हैं. जो अपना पता और मोबाइल नंबर गलत बता रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनकी तलाश की जा रही है. अब ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी.
पिछले साल जैसे बन रहे हैं हालात
प्रदेश में पिछले साल दिसंबर जैसी स्थिति अभी देखने को मिल रही है. साल 2020 दिसंबर में कोरोना की पहली लहर के बाद प्रदेश में रोजाना 30 से 40 संक्रमित मरीज मिल रहे थे. वहीं उस दौरान प्रदेश में रोजाना लगभग 20 हज़ार कोरोना टेस्ट किए जा रहे थे. यही स्थिति साल 2021 दिसंबर में देखने को मिल रही है. प्रदेश में इस वक्त संक्रमित मरीजों की संख्या कम है. रोजाना लगभग 15000 से 20,000 लोगों का कोविड टेस्ट किया जा रहा है. कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर कोरोना की तीसरी लहर (Get ready for third wave of corona) का अंदेशा भी जताया (risk of third wave in Chhattisgarh) जा रहा है.
ओमीक्रोन के खतरे से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ में तैयारी (Preparation in Chhattisgarh for Omicron)
कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन (Omicron threat in Chhattisgarh) को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह अलर्ट है. महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ सुभाष मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में कुल 113 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने के आदेश जारी हुए हैं. इनमें से 76 प्लांट लगाए जा चुके हैं. जबकि 37 ऑक्सीजन प्लांट प्रोसेसिंग में है. कई प्लांट जल्द ही लगाए जाएंगे. साथ ही उन्होंने बताया कि गवर्नमेंट सेक्टर में वर्तमान में ऑक्सीजन बेड की संख्या 6859 है और जनरल बेड की संख्या 13203 जो अभी उपलब्ध है. जबकि छत्तीसगढ़ में 1200 के करीब वेंटिलेटर वाले बेड हैं.